समग्र समाचार सेवा भोपाल, 1 जून: नागालैंड में एक बड़े राजनीतिक उलटफेर में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के सभी सात विधायक सत्तारूढ़ नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP) में शामिल हो गए हैं। इससे मुख्यमंत्री नेफियू रियो की सरकार को स्पष्ट बहुमत मिला है, लेकिन साथ ही लोकतांत्रिक मूल्यों और पार्टी निष्ठा पर गंभीर सवाल भी उठे हैं।
एनसीपी के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता और राष्ट्रीय महासचिव श्री बृजमोहन श्रीवास्तव ने इस घटनाक्रम पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि पार्टी इस पूरे मामले की कानूनी दृष्टिकोण से जांच करेगी और दल-बदल विरोधी कानून (Anti-Defection Act) के तहत कार्रवाई की जाएगी ताकि नागालैंड की जनता द्वारा NCP को दिए गए जनादेश की रक्षा की जा सके।
श्री श्रीवास्तव ने यह भी कहा कि पार्टी जल्द ही इन विधायकों से संपर्क साधेगी और उनके फैसले के पीछे की वजह को समझने की कोशिश करेगी। उन्होंने कहा कि संविधान और लोकतंत्र की मूल भावना का पालन होना चाहिए और NCP इसके लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
उन्होंने नागालैंड की जनता को आश्वस्त करते हुए कहा कि NCP उनके विश्वास की रक्षा के लिए हर आवश्यक राजनीतिक और कानूनी कदम उठाएगी। पार्टी इस बात को सुनिश्चित करेगी कि जनता के भरोसे को टूटने न दिया जाए और लोकतंत्र की मर्यादा बनी रहे।
यह घटनाक्रम ना सिर्फ नागालैंड की राजनीति को प्रभावित करेगा, बल्कि अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में भी NCP की रणनीति और मौजूदगी पर असर डाल सकता है।