‘भारत की मातृ शक्ति को प्रणाम’: पीएम मोदी ने भोपाल से किया दतिया और सतना एयरपोर्ट का उद्घाटन

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समग्र समाचार सेवा                                                                                                                                                                                                                                भोपाल, 31 मई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ‘लोकमाता देवी अहिल्याबाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन’ में भाग लेते हुए दतिया और सतना हवाई अड्डों का वर्चुअल उद्घाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने भारत की मातृ शक्ति को नमन करते हुए कहा कि देवी अहिल्याबाई भारत की विरासत की बहुत बड़ी संरक्षक थीं, जिन्होंने संस्कृति और तीर्थ स्थलों पर हुए हमलों के बावजूद उनका संरक्षण किया.

यह महासम्मेलन लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में भोपाल के जंबूरी मैदान में आयोजित किया गया, जिसमें 2 लाख से अधिक महिलाओं की उपस्थिति रही. प्रधानमंत्री ने महिला सशक्तिकरण के महत्व पर जोर दिया और कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास भी किया.

दतिया और सतना हवाई अड्डे की सौगात:

दतिया और सतना हवाई अड्डों के उद्घाटन से मध्य प्रदेश में हवाई कनेक्टिविटी को बड़ा बढ़ावा मिलेगा, खासकर विंध्य क्षेत्र में. दतिया हवाई अड्डा, जो लगभग 60 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है, धार्मिक शहर दतिया को देश के अन्य हिस्सों से बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा. वहीं, 37 करोड़ रुपये की लागत से बना सतना हवाई अड्डा, विंध्य क्षेत्र में पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य और औद्योगिक क्षेत्र को गति देगा.

इन हवाई अड्डों के खुलने से न केवल आवागमन आसान होगा, बल्कि क्षेत्रीय विकास और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे. पहली उड़ानों में आंगनवाड़ी महिलाओं को यात्रियों के रूप में शामिल किया गया, जिससे इस पहल का उद्देश्य भी स्पष्ट हुआ.

अन्य प्रमुख परियोजनाएं:

प्रधानमंत्री ने इंदौर मेट्रो के सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर का भी वर्चुअल उद्घाटन किया. इसके अलावा, उन्होंने उज्जैन में आगामी सिंहस्थ महाकुंभ 2028 से संबंधित क्षिप्रा नदी पर 860 करोड़ रुपये से अधिक के घाट निर्माण कार्यों की आधारशिला रखी. उन्होंने 1,271 नए अटल ग्राम सेवा सदनों (पंचायत भवन) के निर्माण के लिए पहली किस्त भी जारी की, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्थायी ढांचागत सुविधाएं उपलब्ध होंगी. इस अवसर पर लोकमाता देवी अहिल्याबाई को समर्पित एक डाक टिकट और 300 रुपये का स्मारक सिक्का भी जारी किया गया, साथ ही राष्ट्रीय देवी अहिल्याबाई पुरस्कार भी प्रदान किया गया.

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