पटना में मुंबई जैसा आधुनिक रेलवे टर्मिनल: 15 जून तक आएगा 3D मॉडल, जानें खास बातें

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समग्र समाचार सेवा                                                                                                                                                                                                                                  पटना, 31 मई, : राजधानी पटना में अत्याधुनिक रेलवे टर्मिनल का निर्माण कार्य तेजी से जारी है, जो मुंबई के आधुनिक टर्मिनलों की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है. 95 करोड़ रुपये की लागत से 4.80 एकड़ भूमि पर बन रहा यह टर्मिनल पटनावासियों और यात्रियों के लिए एक बड़ी सौगात साबित होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में बिक्रमगंज से वर्चुअली इस महत्वाकांक्षी परियोजना का शिलान्यास किया था.

प्रमुख विशेषताएँ :

  • स्थान: हार्डिंग पार्क (वीर कुंवर सिंह पार्क) के सामने.
  • लागत: 95 करोड़ रुपये.
  • क्षेत्रफल: लगभग 4.80 एकड़.
  • निर्माण अवधि: 18 महीने (अनुमानित).
  • क्षमता: प्रतिदिन 1 लाख से अधिक यात्रियों का आवागमन.
  • प्लेटफॉर्म: 5 प्लेटफॉर्म.
  • ट्रेनों का संचालन: 85 पैसेंजर ट्रेनें.

आधुनिक सुविधाएं:

यह नया टर्मिनल यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करेगा, जिससे उन्हें भीड़भाड़ से छुटकारा मिलेगा और यात्रा अनुभव बेहतर होगा. इनमें शामिल हैं:

  • डिजिटल टिकटिंग
  • स्वच्छ शौचालय
  • आधुनिक वेटिंग हॉल
  • लिफ्ट और एस्केलेटर
  • फूड कोर्ट
  • ट्रेन के लिए वॉशिंग यार्ड

3D मॉडल और कनेक्टिविटी:

दानापुर रेलमंडल में पहली बार बन रहे इस अत्याधुनिक टर्मिनल को लेकर लोगों में काफी उत्साह है. निर्माण एजेंसी द्वारा टर्मिनल का 3D मॉडल तैयार किया जा रहा है, जिसके 15 जून तक सामने आने की उम्मीद है. इस टर्मिनल को मेट्रो के साथ-साथ पटना जंक्शन से सीधे जोड़ा जाएगा. पटना जंक्शन और टर्मिनल के पार्किंग एरिया को संयुक्त रखा जाएगा, और टर्मिनल की पार्किंग व मेट्रो की पार्किंग के रास्ते को भी जोड़ा जाएगा, जिससे सुगम आवाजाही सुनिश्चित होगी.

ट्रेनों का परिचालन:

इस टर्मिनल से कुल 85 पैसेंजर ट्रेनों का संचालन होगा, जिससे विशेष रूप से उत्तर बिहार जाने वाले यात्रियों को सुविधा मिलेगी. यहां से फुलवारी, पाटलिपुत्र जंक्शन, जेपी सेतु, सोनपुर होते हुए ट्रेनें चलेंगी. इसके अतिरिक्त, सासाराम, आरा, बक्सर, गया, झाझा, बख्तियारपुर, तिलैया, छपरा, किऊल, राजगीर, हाजीपुर, बरौनी, मुजफ्फरपुर, रक्सौल, जयनगर, इस्लामपुर जैसे शहरों के लिए भी ट्रेनें उपलब्ध होंगी. हालांकि, पटना-गया रेल लाइन का परिचालन यहां से नहीं होगा.

रोजगार के अवसर:

इस टर्मिनल के निर्माण और संचालन से रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे. टर्मिनल की साफ-सफाई, रख-रखाव और सुरक्षा में स्थायी रोजगार के अवसर बनेंगे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा.

कुल मिलाकर, पटना में बन रहा यह आधुनिक रेलवे टर्मिनल शहर के परिवहन बुनियादी ढांचे में एक महत्वपूर्ण सुधार लाएगा और यात्रियों को एक विश्व स्तरीय यात्रा अनुभव प्रदान करेगा.

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