समग्र समाचार सेवा,
बोगोटा, 31 मई: भारत को एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक सफलता मिली है। कोलंबिया ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान में हुई मौतों पर जताई गई अपनी संवेदना को औपचारिक रूप से वापस ले लिया है। यह फैसला उस समय आया जब कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में एक ऑल पार्टी डेलीगेशन ने कोलंबिया से इस पर असहमति जताई और भारत का पक्ष प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया।
भारत की आपत्ति के बाद कोलंबिया ने बदला रुख
भारत ने कोलंबिया के प्रारंभिक बयान को लेकर सार्वजनिक रूप से निराशा व्यक्त की थी। भारत ने इसे एकतरफा और तथ्यों से परे बताया था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कोलंबिया की उप विदेश मंत्री रोसा योलांडा विलाविसेनियो ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि उन्हें अब भारत से तथ्यात्मक जानकारी प्राप्त हो चुकी है, और उसी के आधार पर उन्होंने पुराना बयान वापस ले लिया है।
“हमें अब भारत से विस्तृत जानकारी प्राप्त हुई है। हमें विश्वास है कि अब हमारे पास पूरी स्पष्टता है कि वास्तव में कश्मीर में क्या हुआ और ऑपरेशन सिंदूर का स्वरूप क्या था,” — रोसा योलांडा विलाविसेनियो, उप विदेश मंत्री, कोलंबिया
शशि थरूर ने जताया आभार, कहा – आतंकियों और नागरिकों में कोई समानता नहीं
कोलंबियाई उप मंत्री के साथ बैठक के दौरान शशि थरूर ने भारत के रुख को मजबूती से रखा और कोलंबिया के बयान वापसी के फैसले का स्वागत किया।
“हम इस बात की सराहना करते हैं कि उप मंत्री ने वह बयान वापस लिया जिस पर हमें आपत्ति थी। उन्होंने हमारी स्थिति को समझा और हमारे दृष्टिकोण को स्वीकार किया,” — शशि थरूर, सांसद
थरूर ने आगे कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी प्रकार की समानता नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा —
“एक तरफ आतंकवाद फैलाने वाले और दूसरी ओर आतंक के खिलाफ लड़ने वाले देश को एक तराजू में नहीं तौला जा सकता। हमारी निराशा सिर्फ इस बात की थी कि कोलंबिया ने इस बुनियादी अंतर को नजरअंदाज कर दिया था।”
Delightful lunch discussion with thought leaders at the Colombia Council for International Relations today. Engaging exchange of ideas on global geopolitics, India's role in Latin America, economic development opportunities for India and Colombia. Always enriching to connect with… pic.twitter.com/4IqPKz88GQ
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) May 31, 2025
कोलंबिया का भारत के साथ खड़ा होना अहम संकेत
शशि थरूर ने कोलंबिया की संसद के द्वितीय आयोग के अध्यक्ष एलेजांद्रो टोरो से भी मुलाकात की और भारत की संप्रभुता व क्षेत्रीय शांति के लिए समर्थन मांगा। उन्होंने भरोसा जताया कि भारत और कोलंबिया के बीच यह संवाद आगे भी जारी रहेगा और यह सहयोग दोनों देशों के संबंधों को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।