समग्र समाचार सेवा गुवाहाटी, 30 मई – असम में दो बांग्लादेशी नागरिकों के रहस्यमय ढंग से लापता होने का मामला सामने आया है, जिसे लेकर गुवाहाटी उच्च न्यायालय ने गंभीर रुख अपनाया है। यह मामला तब सामने आया जब उनके परिजन और वकील लगातार उनसे संपर्क करने में असफल रहे और अदालत की शरण ली।
मिली जानकारी के अनुसार, अबू बक्र सिद्दीकी और अकबर अली नामक दो व्यक्ति, जो काफी समय से अपने परिवार के साथ असम में रह रहे थे, उन्हें 25 मई को असम पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए ले जाया गया। इसके बाद से ही दोनों व्यक्ति लापता हैं। परिजनों का आरोप है कि पुलिस उन्हें जबरन बांग्लादेश भेजने की तैयारी कर रही है।
इस मामले में तोराब अली नामक रिश्तेदार ने गुवाहाटी हाईकोर्ट में याचिका दायर की। याचिका में कहा गया कि अबू बक्र सिद्दीकी और अकबर अली को पुलिस ने 25 मई को उठाया था, लेकिन उसके बाद से न तो परिजन और न ही उनके वकील उनसे संपर्क कर पा रहे हैं। यह भी आशंका जताई गई कि उन्हें कानून का उल्लंघन करते हुए अवैध रूप से बांग्लादेश निर्वासित किया जा सकता है।
इस याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति कल्याण रॉय सुराणा और न्यायमूर्ति मलस्री नंदा की खंडपीठ ने केंद्र सरकार, असम राज्य सरकार, असम पुलिस और संबंधित जिला प्रशासन को नोटिस जारी किया। अदालत ने स्पष्ट निर्देश दिया कि दोनों व्यक्तियों की वर्तमान स्थिति और उनका स्थान परिजनों को सूचित किया जाए।
पुलिस की ओर से अदालत को बताया गया कि दोनों व्यक्ति फिलहाल सीमा सुरक्षा बल (BSF) की निगरानी में हैं। इसके बाद अदालत ने प्रशासन को निर्देश दिया कि वह इस मामले में पूरी जानकारी याचिकाकर्ता को दे।
ज्ञात हो कि वर्तमान में भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों को क्रमबद्ध तरीके से उनके देश वापस भेजा जा रहा है। कई मामलों में उन्हें त्रिपुरा सीमा से बांग्लादेश निर्वासित किया गया है। यही आशंका इस मामले में भी जताई गई है।