समग्र समाचार सेवा
बाबीना, उत्तर प्रदेश 28 मई : आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत भारतीय सेना ने मंगलवार को बाबीना फील्ड फायरिंग रेंज में स्वदेशी ड्रोन तकनीक का सफल प्रदर्शन किया। इस दौरान थलसेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने खुद मौजूद रहकर अत्याधुनिक ड्रोन, काउंटर-यूएएस सिस्टम और लूटिरिंग म्यूनिशन्स का निरीक्षण किया।
इस प्रदर्शन में स्वदेशी रूप से विकसित निगरानी ड्रोन, लक्ष्य भेदक लूटिरिंग म्यूनिशन और दुश्मन के ड्रोन को निष्क्रिय करने वाले काउंटर-यूएएस सिस्टम शामिल थे। इन तकनीकों को डीआरडीओ और भारतीय निजी रक्षा कंपनियों ने मिलकर विकसित किया है।
जनरल द्विवेदी ने प्रदर्शन के बाद कहा, “यह स्वदेशी ड्रोन प्रणाली हमारी युद्ध क्षमता और रणनीतिक लचीलापन को नई ऊंचाई पर ले जाएगी।”
सेना के सूत्रों के अनुसार, इन तकनीकों को जल्द ही अग्रिम मोर्चे पर तैनात किया जाएगा। सेना की कोशिश है कि हाईटेक ड्रोन सिस्टम को तेज़ी से युद्ध क्षेत्र में शामिल किया जाए।
2020 में सीमा तनाव के बाद से भारतीय सेना ड्रोन वारफेयर में लगातार निवेश कर रही है। ऐसे सिस्टम युद्ध के दौरान त्वरित प्रतिक्रिया देने में अहम भूमिका निभाते हैं।
इस प्रदर्शन के माध्यम से भारत ने यह स्पष्ट संकेत दिया है कि वह तकनीकी रूप से सक्षम और आत्मनिर्भर सैन्य शक्ति के रूप में उभर रहा है।