समग्र समाचार सेवा में आज एक बड़ा धमाका हुआ है। लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और आरजेडी के कद्दावर नेता तेजप्रताप यादव ने पार्टी से इस्तपटना, पटना, 25 मई –बिहार की राजनीति में आज एक बड़ा धमाका हुआ है। लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और आरजेडी के कद्दावर नेता तेजप्रताप यादव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। तेजप्रताप ने खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात का ऐलान किया और साथ ही अपनी ही पार्टी और परिवार पर गंभीर आरोप लगाए।
तेजप्रताप ने कहा,
“यह वो आरजेडी नहीं रही, जिसे मेरे पापा ने खून-पसीने से बनाया था। अब यह एक पारिवारिक तानाशाही बन चुकी है। मेरी कोई सुनवाई नहीं होती, हर फैसला बंद दरवाजों के पीछे लिया जाता है।”
तेजप्रताप का गुस्सा साफ तौर पर उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव की ओर था। सूत्रों के मुताबिक, दोनों भाइयों के बीच महीनों से मतभेद चल रहे थे, जो अब पूरी तरह सामने आ गए हैं। तेजप्रताप ने आरोप लगाया कि उन्हें पार्टी में कोई भूमिका नहीं दी जा रही थी, उन्हें “शोपीस” बनाकर रखा गया था।
पार्टी सूत्र बताते हैं कि तेजप्रताप को हालिया चुनाव रणनीतियों से पूरी तरह बाहर रखा गया, जिससे उनका गुस्सा और भी बढ़ता गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि वे अब स्वतंत्र राजनीति करेंगे और बहुत जल्द अपने भविष्य की दिशा का ऐलान करेंगे।
तेजप्रताप के इस कदम से लालू परिवार की कलह अब पूरे प्रदेश के सामने आ चुकी है। ये महज पारिवारिक लड़ाई नहीं बल्कि सियासी विद्रोह माना जा रहा है। राजनीति के जानकारों का कहना है कि यह बिहार की राजनीति में नए समीकरणों की शुरुआत है।
अब सबकी नजरें इस बात पर हैं कि तेजप्रताप आगे क्या कदम उठाएँगे —
🔹 क्या वे नई पार्टी बनाएंगे?
🔹 क्या वे किसी दूसरी पार्टी से हाथ मिलाएंगे?
🔹 या फिर यह तेजस्वी पर दबाव बनाने की एक रणनीति है?
सोशल मीडिया पर #TejPratap ट्रेंड करने लगा है। उनके समर्थक इसे “तेजप्रताप की असली शुरुआत” बता रहे हैं। मीम्स, वीडियो और समर्थन संदेशों की बाढ़ सी आ गई है।