समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली 23 मई :भारत के रक्षा क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाते हुए अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस डिफेंस ने जर्मनी की प्रमुख हथियार निर्माता कंपनी राइनमेटल एजी (Rheinmetall AG) के साथ रणनीतिक साझेदारी की है। यह साझेदारी महाराष्ट्र में एक आधुनिक गोला-बारूद निर्माण कारखाने की स्थापना के लिए की गई है, जहां तोपों के गोले और विस्फोटक तैयार किए जाएंगे।
यह पहल न केवल प्रधानमंत्री मोदी की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ मुहिम को मजबूती देगी, बल्कि भारत को रक्षा उत्पादों के निर्यातक राष्ट्र की दिशा में अग्रसर भी करेगी। इस फैक्ट्री में राइनमेटल की अत्याधुनिक तकनीक और रिलायंस की स्थानीय पहुंच का संगम होगा।
पाकिस्तान की बढ़ेगी बेचैनी
विशेषज्ञों का मानना है कि इस साझेदारी से भारत की तोपखाने की ताकत में भारी इजाफा होगा। खासतौर पर जब सीमा पर तनाव बना रहता है और पाकिस्तान लगातार आतंकवाद को बढ़ावा देता है, तब ऐसी परियोजनाएं भारत को सामरिक बढ़त देती हैं।
“अनिल अंबानी के गोले अब पाकिस्तान की नींद उड़ाएंगे,” रक्षा विश्लेषक टिप्पणी कर रहे हैं।
सेना प्रमुख आसिम मुनीर और उनके नेतृत्व में पनप रहे आतंकी संगठनों को अब यह संदेश स्पष्ट है—भारत अब आयात पर निर्भर नहीं रहेगा, बल्कि खुद बनाएगा और शायद बेचेगा भी।
आत्मनिर्भरता
इस साझेदारी के तहत बनने वाले गोले NATO मानकों के अनुरूप होंगे और भारतीय सेना के साथ-साथ निर्यात के लिए भी तैयार किए जाएंगे। Rheinmetall का दावा है कि यह संयंत्र दक्षिण एशिया में अपनी तरह का सबसे उन्नत और सुरक्षित उत्पादन केंद्र होगा।
भारत पहले से ही रूस, फ्रांस, इज़राइल जैसे देशों के साथ रक्षा सहयोग में है, लेकिन यह पहली बार है जब एक भारतीय निजी कंपनी ने जर्मनी की इतनी बड़ी हथियार निर्माता के साथ संयुक्त उत्पादन की पहल की है।
भारत का रक्षा निर्यात भविष्य
पिछले कुछ वर्षों में भारत ने कई देशों को हेलीकॉप्टर, मिसाइल सिस्टम और रडार निर्यात किए हैं। अब जब गोला-बारूद भी घरेलू स्तर पर बनेंगे, तो भारत न केवल आत्मनिर्भर होगा बल्कि एक सुरक्षा भागीदार के रूप में वैश्विक पहचान बनाएगा।
अनिल अंबानी की यह रणनीतिक साझेदारी केवल एक व्यावसायिक सौदा नहीं, बल्कि एक भविष्य की घोषणा है—जहां भारत न केवल अपनी सीमाओं की रक्षा करेगा, बल्कि अपनी ताकत से दुश्मनों को चेतावनी भी देगा। पाकिस्तान को अब समझ लेना चाहिए, भारत अब गोले माँगता नहीं, बनाता है।