“20 साल की लड़कियों को नेताओं के लिए तैयार करता था मेरा पति” – DMK कार्यकर्ता पर पत्नी का चौंकाने वाला आरोप

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समग्र समाचार सेवा 

चेन्नई, 21 मई –तमिलनाडु की राजनीति में एक बार फिर भूचाल आ गया है। अरक्कोनम की एक  महिला  ने  पति और डीएमके (DMK) से जुड़े एक नेता पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला का कहना है कि उसका पति देइवशेयल, जो खुद को डीएमके युवा इकाई का डिप्टी सेक्रेटरी बताता है, युवतियों को जबरन नेताओं के लिए तैयार करता है और उनके साथ संबंध बनाने को मजबूर करता है।

पीड़िता का आरोप है कि देइवशेयल ने शादी के बाद उसके साथ भी कई बार मारपीट की 20 वर्षीय महिला ने यौन शोषण का आरोप लगाया  । “वो मुझे रास्ते में कॉलेज जाते हुए पकड़कर मारता था, फोन तोड़ देता था। कहता था कि चाहे मैं कुछ भी करूँ , पुलिस मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकती क्योंकि मैं सत्ताधारी पार्टी से हूँ ।”

पीड़िता का कहना है कि पति उसे गाड़ी में बंद कर मारता और कहता, “इस आदमी के साथ सो जा, नहीं तो टुकड़े-टुकड़े कर दूंगा।” लड़की ने रोते हुए कहा, “मैंने ज़हर खाने की कोशिश की, मैं परीक्षा तक नहीं दे पाई। मैं अब घर से बाहर भी नहीं निकल सकती।”

महिला ने मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन से न्याय की गुहार लगाते हुए चेतावनी दी कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो वह आत्महत्या कर लेगी।

इस मामले के सामने आने के बाद AIADMK नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एडापाडी के. पलानीस्वामी ने DMK पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “अरक्कोनम पोलाची कांड का दूसरा संस्करण है। जब तक हमारे विधायक रवि ने इस मुद्दे को नहीं उठाया, तब तक पुलिस ने शिकायत तक नहीं ली। क्या स्टालिन इस बार भी दोषियों को बचाएंगे?”

गौरतलब है कि 2019 में पोलाची में महिलाओं के साथ गैंगरेप और ब्लैकमेलिंग का बड़ा मामला सामने आया था जिसमें कई लड़कियों को शिकार बनाया गया था। उस केस में भी राजनीतिक संरक्षण का आरोप लगा था।

AIADMK ने साफ चेतावनी दी है कि अगर देइवशेयल के खिलाफ जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा।

पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में यौन शोषण का कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। लेकिन महिला के आरोप बेहद गंभीर हैं और आगे की जांच जारी है।

डीएमके ने कहा है कि अगर देइवशेयल दोषी पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पार्टी ने यह भी जोड़ा कि पुलिस की जांच पूरी होने तक आंतरिक कार्रवाई पर विचार किया जाएगा।

यह मामला केवल एक महिला की लड़ाई नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम पर सवाल है। अब देखना यह है कि क्या सत्ता में बैठी DMK ईमानदारी से न्याय देगी या फिर एक और पोलाची जैसे घोटाले को दबा दिया जाएगा?

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