समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,19 मई । मध्य प्रदेश की राजनीति में तूफान मंत्री विजय शाह के खिलाफ कर्नल सोफिया पर की गई विवादित टिप्पणी ने बड़ा बवाल खड़ा कर दिया है। ताजा घटनाक्रम में कोर्ट से उन्हें तुरंत गिरफ्तारी से राहत जरूर मिल गई है, लेकिन अब मामला SIT (विशेष जांच टीम) के पास पहुंच चुका है — और यही बात अब मंत्री साहब के लिए भारी साबित हो सकती है।
एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान मंत्री विजय शाह ने पूर्व आर्मी ऑफिसर कर्नल सोफिया को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। वीडियो क्लिप वायरल होते ही सोशल मीडिया से लेकर सियासी गलियारों तक गर्मी तेज़ हो गई। कांग्रेस ने तुरंत मोर्चा खोल दिया और माफी की मांग के साथ-साथ FIR की भी पैरवी की।
“महिला और सेना दोनों का अपमान हुआ है, यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा” — विपक्षी नेता का बयान
मंत्री विजय शाह ने कोर्ट का रुख किया और गिरफ्तारी पर रोक की याचिका डाली, जिस पर अदालत ने उन्हें अंतरिम राहत दी। लेकिन राहत की इस चादर के नीचे अब SIT की तलवार लटक रही है।
सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच टीम गठित करने का आदेश दे दिया है, जो मंत्री के बयान की जांच करेगी — केवल शब्दों की नहीं, मंशा और प्रभाव की भी।
SIT यानी Special Investigation Team — इसका गठन तब होता है जब मामला सामान्य से ज्यादा संवेदनशील और सियासी असर वाला हो। इसका मतलब साफ है, विजय शाह के मामले में अब हर एंगल से जांच होगी — बयान का संदर्भ, परिस्थितियां, और उसका असर।
“यह सिर्फ एक राजनीतिक बयान नहीं, बल्कि सामाजिक सम्मान से जुड़ा मामला है।” – एक वरिष्ठ रिटायर्ड आर्मी अफसर
कर्नल सोफिया, जो खुद सेना में सेवा दे चुकी हैं और महिला सशक्तिकरण की प्रतीक मानी जाती हैं, ने भी इस टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा:
“मुझे नहीं, बल्कि हर उस लड़की को चोट पहुंची है जो अपने दम पर आगे बढ़ना चाहती है। मंत्री जैसे लोग जब इस स्तर पर गिरते हैं, तो देश का क्या होगा?”
भाजपा ने मंत्री का बचाव करते हुए कहा कि बयान को तोड़ा-मरोड़ा गया है, लेकिन कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इसे महिलाओं और फौज का अपमान बताते हुए CM से सीधे कार्रवाई की मांग की है।
मंत्री विजय शाह भले ही गिरफ्तारी से फिलहाल बच गए हों, लेकिन SIT की जांच उनके लिए राजनीतिक और कानूनी दोनों मोर्चों पर अग्निपरीक्षा साबित हो सकती है। बयानबाजी की एक चिंगारी अब आग का रूप ले चुकी है, जिसमें सियासत की कई परतें खुलने वाली हैं।