पूनम शर्मा
नई दिल्ली, 14 मई — पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित किराना हिल्स क्षेत्र में संभावित परमाणु विकिरण (रेडिएशन) लीक की खबरें सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही हैं। हालांकि, भारतीय वायुसेना ने हाल ही में किए गए हवाई हमलों में इस संवेदनशील स्थल को निशाना बनाए जाने की बात से इनकार किया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुईं सैटेलाइट तस्वीरें
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर साझा की गईं सैटेलाइट तस्वीरों में किराना हिल्स क्षेत्र में असामान्य गतिविधियों के संकेत मिल रहे हैं। इन तस्वीरों में भूमिगत संरचनाएं और संभावित रेडिएशन लीक के संकेत देखे जा सकते हैं। हालांकि, इन तस्वीरों की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं हो पाई है।
अमेरिकी आपातकालीन विमान की उपस्थिति
अमेरिकी टोही विमान की पाकिस्तान में उपस्थिति ने इन अफवाहों को और बल दिया है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि यह विमान अमेरिकी था या पाकिस्तानी संचालन में था, लेकिन इसकी उपस्थिति ने संभावित रेडिएशन लीक की अटकलों को हवा दी है।
बोरॉन की आपूर्ति और मिस्र की भूमिका
कुछ रिपोर्टों के अनुसार, मिस्र का एक सैन्य परिवहन विमान हाल ही में पाकिस्तान के मरी क्षेत्र में उतरा और रवाना हुआ। कुछ सोशल मीडिया पोस्ट्स का दावा है कि यह विमान बोरॉन लेकर आया था, जो रेडियोधर्मी उत्सर्जन को दबाने के लिए उपयोग किया जाता है। हालांकि, इन रिपोर्टों की पुष्टि नहीं हो पाई है।
भारतीय वायुसेना का खंडन
भारतीय वायुसेना ने स्पष्ट किया है कि हाल ही में किए गए हवाई हमलों में किराना हिल्स को निशाना नहीं बनाया गया था। वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमें नहीं पता था कि किराना हिल्स में कोई परमाणु स्थापना है। हमने कोई हमला नहीं किया।”
निष्कर्ष
किराना हिल्स क्षेत्र में संभावित रेडिएशन लीक की खबरें अभी तक अस्पष्ट हैं । हालांकि, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही सैटेलाइट तस्वीरें, अमेरिकी टोही विमान की उपस्थिति और बोरॉन की आपूर्ति की सोशल मीडिया की खबरों ने इस मुद्दे को गंभीर बना दिया है। पाकिस्तान और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से आधिकारिक पुष्टि की प्रतीक्षा की जा रही है।