समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,14 मई । आदमपुर एयरफोर्स स्टेशन की सरज़मीं पर सोमवार को एक ऐतिहासिक और जोशीला पल उस वक़्त दर्ज हुआ, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय वायुसेना के जांबाज़ों को संबोधित करते हुए पाकिस्तान को साफ़-साफ़ चेतावनी दी — “भारत अब अपने शर्तों पर जवाब देगा!”
यह बयान सिर्फ़ एक राजनीतिक प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि “ऑपरेशन सिंदूर” के ज़रिए भारत की नई सैन्य और कूटनीतिक नीति का ऐलान था।
पीएम मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को भारत की नीति, नीयत और निर्णायक क्षमता की त्रिमूर्ति बताया। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन सिर्फ़ सीमा पार की कार्रवाई नहीं, बल्कि उन सभी आतंकियों के लिए आख़िरी चेतावनी थी, जो भारत को कमज़ोर समझ बैठे थे।
“जब हमारे ड्रोन दुश्मन के बंकरों पर प्रहार करते हैं, जब मिसाइलें निशाने पर लगती हैं, तो एक ही आवाज़ गूंजती है — ‘भारत माता की जय!’“
इस ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान के अंदर कई आतंकी शिविरों और एयरबेस को तबाह किया गया, और 100 से ज़्यादा आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया। प्रधानमंत्री ने इस पर कहा, “जो हमारी बेटियों की मांग का सिंदूर मिटाते हैं, उनके ठिकाने हमारी सेना ने मिटा दिए।”
मोदी ने अपने भाषण में स्पष्ट किया कि भारत शांति चाहता है, लेकिन कायराना हरकतों पर चुप नहीं बैठेगा।
“भारत अब सिर्फ़ शब्दों में नहीं, एक्शन में जवाब देता है। पाकिस्तान या कोई भी देश अगर भारत को उकसाएगा, तो उसे अपने अंजाम की चिंता करनी होगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि भारत अब ‘न्यूक्लियर ब्लैकमेल’ सहन नहीं करेगा। भारत की रक्षा नीति अब सिर्फ़ रक्षा नहीं, बल्कि निर्णायक हमले का संकेत बन चुकी है।
पीएम मोदी ने भारतीय सेनाओं की तकनीकी श्रेष्ठता और तीनों सेनाओं की तालमेल की खुलकर तारीफ़ की।
उन्होंने कहा कि आज भारत की सेना सिर्फ़ हथियार नहीं, बल्कि डेटा और ड्रोन से लैस है। उन्होंने स्वदेशी तकनीकों जैसे ‘आकाश मिसाइल सिस्टम’ और रूस निर्मित S-400 डिफेंस सिस्टम का विशेष उल्लेख करते हुए कहा, “दुश्मन अब सिर्फ़ हमारी शक्ति से नहीं, हमारी सटीकता और तकनीकी कौशल से भी डरता है।”
भाषण के अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा:
“भारत अब आतंकियों और उन्हें पनाह देने वालों में कोई फ़र्क़ नहीं करता। यह नया भारत है — जो शांति चाहता है, लेकिन ज़रूरत पड़ने पर दुश्मन को रणभूमि में रौंदना भी जानता है।”
उन्होंने सैनिकों को सजग और सशक्त रहने की अपील करते हुए उन्हें देश की ढाल और अभिमान बताया।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की आतंक के ख़िलाफ़ एक नई सैन्य परिभाषा बनकर उभरा है। अब यह स्पष्ट है कि भारत केवल शब्दों में नहीं, बल्कि रणनीतिक और सैन्य स्तर पर भी “नहीं सहेंगे” की नीति पर काम कर रहा है। पाकिस्तान को अब हर चाल का जवाब मिलेगा — भारत के तरीके से, भारत की ज़मीन पर नहीं, बल्कि वहीं, जहां से साज़िश रची जाएगी।