समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,14 मई । कल की तेज़ बिकवाली से उबरते हुए भारतीय शेयर बाजार ने आज धमाकेदार वापसी की है। सप्ताह के मध्य कारोबारी सत्र की शुरुआत में ही बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली, जिसने निवेशकों के चेहरों पर फिर से मुस्कान ला दी है।
सुबह 9:23 बजे, बीएसई सेंसेक्स 393 अंकों की छलांग लगाकर 81,514.22 पर कारोबार कर रहा था, जबकि एनएसई निफ्टी 125.8 अंकों की मजबूती के साथ 24,704.15 पर पहुंच गया। यह तेजी संकेत देती है कि बाजार में एक बार फिर बुलिश सेंटीमेंट लौट आया है।
तेजी की अगुवाई बैंकिंग सेक्टर ने की है। निफ्टी बैंक इंडेक्स 100.5 अंक चढ़कर 55,041.35 पर ट्रेड कर रहा है। लगभग सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में हैं, सिर्फ निफ्टी फार्मा इंडेक्स को छोड़कर।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी लगभग आधा प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है, जिससे यह साफ है कि तेजी सिर्फ बड़ी कंपनियों तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे बाजार में सकारात्मक लहर दौड़ रही है।
बाजार में यह उछाल सिर्फ तकनीकी कारणों से नहीं आया है। इसकी बड़ी वजह है अप्रैल महीने की खुदरा महंगाई दर (CPI) में गिरावट।
अप्रैल में खुदरा महंगाई घटकर 3.16% पर आ गई है — जो जुलाई 2019 के बाद सबसे निचला स्तर है। सब्जियों की कीमतों में गिरावट के चलते खाद्य महंगाई में राहत मिली है, जिससे निवेशकों को बड़ी राहत मिली।
एशियाई बाजारों में भी जबरदस्त तेजी देखने को मिली है, खासतौर पर टेक सेक्टर में उछाल के चलते।
हॉन्गकॉन्ग में टेनसेंट के शेयर 2.4% और अलीबाबा के शेयर 1.7% चढ़े। ताइवान में TSMC (Taiwan Semiconductor Manufacturing Co.) के शेयर 2% से ज्यादा उछले, जो MSCI एशिया पैसिफिक इंडेक्स की तेजी के बड़े सूत्रधार बने।
अमेरिकी बाजारों ने भी शानदार प्रदर्शन किया है। S&P 500 में 0.7% और Nasdaq 100 में 1.6% की मजबूती देखने को मिली। खास बात यह रही कि Bloomberg’s Magnificent Seven Index ने 2.2% की छलांग लगाई — जो बताता है कि अमेरिका में भी निवेशकों का भरोसा लौट रहा है।
बाजार जानकारों का मानना है कि सकारात्मक वैश्विक संकेतों, घरेलू महंगाई में राहत और निवेशकों के मनोबल में सुधार से आने वाले दिनों में भी तेजी जारी रह सकती है। हालांकि कुछ सतर्क निवेशक यह भी कह रहे हैं कि आगामी कॉरपोरेट नतीजों और विदेशी संकेतों पर भी नजर बनाए रखना जरूरी है।
एक दिन की बिकवाली के बाद आज का यह उछाल यह साबित करता है कि भारतीय बाजार में मजबूती की जड़ें गहरी हैं। निवेशकों को फिलहाल राहत की सांस मिली है, और उम्मीद की जा रही है कि यह रफ्तार बरकरार रहेगी।