समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 13 मई — भारत के तेजी से बढ़ते तकनीकी परिदृश्य को समर्थन देने के लिए, गूगल ने अपने ‘गूगल फॉर स्टार्टअप्स एक्सेलरेटर: AI फर्स्ट इंडिया 2025’ प्रोग्राम के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। यह पहल विशेष रूप से उन स्टार्टअप्स के लिए है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में नवाचार कर रहे हैं, विशेषकर एजेंटिक और मल्टीमॉडल AI तकनीकों पर कार्यरत हैं।
इस तीन महीने के नि:शुल्क एक्सेलरेटर प्रोग्राम का उद्देश्य भारत के AI इकोसिस्टम को सशक्त बनाना है। गूगल के अनुसार, चयनित स्टार्टअप्स को गूगल की विभिन्न टीमों जैसे डीपमाइंड, क्लाउड, एंड्रॉइड, प्ले और ऐड्स से विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्राप्त होगा। इसके अतिरिक्त, उन्हें गूगल के नवीनतम AI टूल्स और मॉडल्स जैसे Gemini, Gemma, Imagen और Veo तक प्रदान की जाएगी।
प्रोग्राम में भाग लेने वाले स्टार्टअप्स को गूगल क्लाउड क्रेडिट्स, क्लाउड TPU एक्सेस और समर्पित स्टार्टअप सक्सेस मैनेजर्स द्वारा व्यक्तिगत समर्थन भी मिलेगा। इस पहल का उद्देश्य स्टार्टअप्स को तकनीकी चुनौतियों का समाधान करने, उत्पाद रणनीतियों को परिष्कृत करने और वैश्विक स्तर पर विस्तार के लिए तैयार करना है।
गूगल ने बताया कि पिछले वर्ष इस प्रोग्राम में भाग लेने वाले स्टार्टअप्स ने कुल मिलाकर 61 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की फंडिंग प्राप्त की और गूगल क्लाउड मार्केटप्लेस के माध्यम से नए बाजारों तक पहुंच बनाई। यह प्रोग्राम भारत सरकार के ‘India AI मिशन’ के तहत 10,000 स्टार्टअप्स को AI में प्रशिक्षित करने के लक्ष्य के अनुरूप है
आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून 2025 है। स्टार्टअप्स अधिक जानकारी और आवेदन के लिए गूगल फॉर स्टार्टअप्स की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं।
भारत का AI बाज़ार 2030 तक 17 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक होने का अनुमान है, और यह पहल देश को 2028 तक 1 ट्रिलियन डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था के लक्ष्य की ओर अग्रसर करने में सहायक होगी।
इस प्रोग्राम के माध्यम से गूगल भारतीय स्टार्टअप्स को वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए आवश्यक संसाधन और मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।