समग्र समाचार सेवा
बीजिंग,13 मई : भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच एक कूटनीतिक कदम के तहत भारत के चीन में राजदूत प्रदीप कुमार रावत ने चीनी विदेश मंत्रालय के एशियाई मामलों के निदेशक जनरल लियू जिनसोंग से मुलाकात की। यह मुलाकात ऐसे समय हुई जब भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के आतंकी ढांचे पर सटीक हमले किए हैं।
चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी संक्षिप्त प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों और साझा चिंता के मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। हालांकि बैठक का विस्तृत ब्योरा नहीं दिया गया, लेकिन यह संकेत जरूर मिला है कि मौजूदा क्षेत्रीय तनाव को देखते हुए बातचीत अहम रही।
लियू जिनसोंग, जो चीन के विदेश मंत्रालय में एशियाई मामलों के प्रमुख हैं, ने रावत से बीजिंग में सोमवार को मुलाकात की। भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई के बाद यह बैठक क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने की कोशिश के तौर पर देखी जा रही है।
भारत की ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के अंतर्गत की गई कार्रवाई के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें दक्षिण एशिया की स्थिति पर हैं। चीन, जो भारत और पाकिस्तान दोनों का पड़ोसी है, क्षेत्रीय शांति में अपनी भूमिका निभाने की कोशिश कर रहा है।
विश्लेषकों का मानना है कि यह मुलाकात चीन और भारत के बीच संवाद को बनाए रखने और गलतफहमियों को दूर करने का प्रयास हो सकती है, खासकर ऐसे समय में जब सीमा विवाद और क्षेत्रीय मुद्दे दोनों देशों के संबंधों में संवेदनशीलता बनाए हुए हैं।
भारत-चीन संबंध पहले से ही तनावग्रस्त हैं, खासकर 2020 के गलवान संघर्ष के बाद। ऐसे में इस तरह की बातचीत दोनों देशों के बीच एक सकारात्मक संकेत मानी जा रही है।