समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,13 मई । आतंक का कोई ठिकाना नहीं बचेगा — यही है नया भारत। और आज शोपियां की वादियों में भारत की इस प्रतिज्ञा की गूंज साफ सुनाई दी। जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले के घने जंगलों में मंगलवार सुबह से चल रही मुठभेड़ ने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। ताज़ा जानकारी के अनुसार, भारतीय सुरक्षाबलों ने चार खूंखार आतंकियों को घेर लिया है, जो कि कुलगाम से भागकर शोपियां की तरफ पहुंचे थे।
यह एनकाउंटर ऐसे समय पर हो रहा है जब देश अभी-अभी ऑपरेशन सिंदूर की सफलता से उबर रहा है — वह ऐतिहासिक सैन्य कार्रवाई, जिसमें भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में आतंक के अड्डों को ध्वस्त कर दिया था।
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सुबह तड़के मिली खुफिया सूचना के आधार पर सेना, सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस ने कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू किया।
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आतंकियों ने भारी गोलीबारी शुरू की, जिसका सुरक्षा बलों ने माकूल जवाब दिया।
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इलाके में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है, और सभी नागरिकों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश को संबोधित करते हुए साफ कहा था:
“अगर भारत पर आतंकी हमला होगा, तो जवाब हमारी शर्तों पर होगा — आतंक की जड़ तक वार होगा।”
और आज शोपियां की मुठभेड़ उसी नीति की अगली कड़ी है। भारत अब चेतावनी नहीं देता, कार्यवाही करता है।
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के दोहरे रवैये को उजागर करते हुए कहा था कि “अब भारत सरकार और आतंकियों के बीच फर्क नहीं करेगी, जो आतंक फैलाएगा, वही निशाना बनेगा।”
7 मई को भारत ने PoK में कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया, जिसके बाद पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन और मिसाइल हमले हुए।
लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने ज्यादातर हमलों को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया। जवाब में भारत ने पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर साफ संकेत दे दिया कि यह अब पुराना भारत नहीं है।
हालांकि 10 मई को औपचारिक रूप से संघर्षविराम की घोषणा हुई थी, लेकिन आज का एनकाउंटर साबित करता है कि आतंकवाद अब भी सक्रिय है। भारत के सुरक्षा बल न केवल तैयार हैं, बल्कि हर संदिग्ध गतिविधि पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।
शोपियां की इस मुठभेड़ ने फिर से एक बात साफ कर दी है — कि भारत अब प्रतिक्रिया नहीं, पहल करता है।
जहां एक ओर दुश्मन छिपकर वार करता है, वहीं भारत अब छिपे दुश्मन को उसकी मांद में घुसकर मारता है।