समग्र समाचार सेवा
दिल्ली 11 मई 2025: “चाइना मेड मिसाइलें नाकाम, तुर्की का ड्रोन ढेर – भारत के आसमान में घुसपैठ का हर मंसूबा नाकाम” – भारतीय वायुसेना ने हाल ही में एक ऐसा करारा प्रहार किया है, जिसने दुश्मन के हौसले पस्त कर दिए हैं। एयर मार्शल एके भारती ने सबूतों के साथ साफ कर दिया कि भारतीय सीमा में घुसने वाले किसी भी नापाक ड्रोन का हश्र यही होगा।
भारतीय वायुसेना के इस सफल ऑपरेशन ने न केवल तुर्की के ड्रोन को आसमान से नीचे गिराया, बल्कि चीन की ‘सस्ती’ तकनीक का कच्चा चिट्ठा भी खोल दिया। एयर मार्शल भारती ने सबूत दिखाते हुए बताया कि तुर्की के इस ड्रोन में इस्तेमाल की गई चाइना मेड मिसाइलें पूरी तरह फेल हो गईं। न तो वे टारगेट को लॉक कर पाईं और न ही भारतीय राडार से बच सकीं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एयर मार्शल भारती ने सीधे शब्दों में कहा – “हमारे पास न सिर्फ दुश्मन की हर चाल का तोड़ है, बल्कि हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देने की क्षमता भी है।” यह बयान भारत की उस शक्ति का परिचायक है, जो दुश्मन के हर हवाई हमले का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भारतीय वायुसेना न केवल तकनीकी रूप से बेहतर है, बल्कि हर परिस्थिति में तुरंत और सटीक प्रतिक्रिया देने में सक्षम है। भारतीय पायलटों की निगाहें अब दुश्मन के हर कदम पर हैं – चाहे वो पाकिस्तान की घुसपैठ हो, या चीन और तुर्की के ड्रोन का दुस्साहस।
एयर मार्शल भारती ने मीडिया के सामने न केवल इस ऑपरेशन के फुटेज पेश किए, बल्कि उन टुकड़ों को भी दिखाया, जिनमें चाइना मेड मिसाइलों के फेल होने के स्पष्ट सबूत मौजूद थे। यह संदेश सीधा था – “हमारे रडार और हमारी मिसाइलें किसी भी घुसपैठ को नाकाम करने में सक्षम हैं।”
यह घटना उस नए भारत की तस्वीर है, जो न सिर्फ जवाब देता है, बल्कि सबूतों के साथ अपनी ताकत भी दिखाता है। तुर्की का ड्रोन और चाइनीज मिसाइलें भले ही आसमान में चक्कर काट रही हों, लेकिन भारतीय वायुसेना का एक ही संदेश है – “आसमान हमारा है, और हम इसे सुरक्षित रखना जानते हैं!”