समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 11 मई: भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम के बाद एक बार फिर बलूचिस्तान से भारत के प्रति समर्थन की आवाज़ गूंज उठी है। फ्री बलूच मूवमेंट (FBM) से जुड़े वरिष्ठ नेता मीर यार बलोच ने साफ शब्दों में कहा है कि “छह करोड़ बलूच भारत के साथ खड़े हैं” और बलूचिस्तान की जनता भारत को एक प्राकृतिक मित्र के रूप में देखती है।
Breaking News Straight from PoB:
10 May 2025, @hyrbyair_marri@FreeBaluchMovt@DrSJaishankar@rajnathsingh
Solidarity Has No Borders.The people of the Democratic Republic of Balochistan come to show their full support to the people of #Bharat.
China is helping Pakistan, but… pic.twitter.com/8JPD9PNKh6
— Mir Yar Baloch (@miryar_baloch) May 10, 2025
मीर यार बलोच ने यह बयान सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश के माध्यम से दिया, जो तेजी से वायरल हो रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार ने दशकों से बलूचिस्तान में अत्याचार और मानवाधिकारों का हनन किया है। चीन द्वारा शुरू की गई CPEC परियोजना (चाइना-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर) को उन्होंने बलूच जनता के संसाधनों की लूट करार दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पाकिस्तान बलूचों की आवाज़ दबाने के लिए चीनी सहायता से सैन्य कार्रवाई कर रहा है।
बलोच नेता ने कहा कि चीन और पाकिस्तान की इस साजिश में भारत को सतर्क रहना चाहिए। बलोच लोगों को भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था और उसके साहसिक रुख से उम्मीदें हैं। “बलूच भारत को भाई मानते हैं, और भारत का दुश्मन हमारा भी दुश्मन है,” मीर यार बलोच ने स्पष्ट किया।
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी अपील की कि बलूचिस्तान में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघनों को गंभीरता से लिया जाए और पाकिस्तान पर दबाव डाला जाए कि वह बलूच लोगों को आत्मनिर्णय का अधिकार दे।
यह पहली बार नहीं है जब बलूच नेतृत्व ने भारत का समर्थन किया है। इससे पहले भी कई मौकों पर बलूच कार्यकर्ताओं ने संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन कर भारत से नैतिक समर्थन की मांग की है।
भारत के विदेश मंत्रालय ने अभी तक इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन कूटनीतिक हलकों में इसे पाकिस्तान के अंदरूनी असंतोष का प्रतीक माना जा रहा है। बलूचिस्तान की जनता की यह भावना भारत के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मानी जा रही है।