भारतीय जल, थल और वायु सेना ने पाकिस्तान में मचाई तबाही, लाहौर व कराची बंदरगाहों समेत 12 से ज्यादा शहरों में कोहराम
पाकिस्तान को अमेरिका की फटकार
पूनम शर्मा
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 8 मई – भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारत की सेना ने एक बड़ा जवाबी हमला कर रहा है। भारत की जल, थल और वायुसेना ने पाकिस्तान के कई महत्वपूर्ण ठिकानों पर एक साथ हमला कर दिया है। भारत की सेना ने 6 लड़ाकू विमान ध्वस्त किए एवं उसके 2 पायलट पकड़े गए ,लाहौर और कराची के बंदरगाह भी ध्वस्त किए गए हैं. ऐसी खबरें आ रही हैं । भारतीय सेना की इस कार्रवाई से पाकिस्तान में भारी तबाही हुई है। सूत्रों के अनुसार भारत ने लाहौर शहर को पूरी तरह से तबाह कर दिया है, वहीं कराची के समुद्री बंदरगाह को भी भारी नुकसान पँहुचाया गया है।
पाकिस्तान के रावलपिंडी इलाके में भी भारतीय वायुसेना ने सटीक हमले किए हैं, जिससे वहां की कई सैन्य इमारतें और रणनीतिक केंद्र ध्वस्त हो गए हैं। रक्षा मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि भारतीय सेना की इस कार्रवाई का मकसद पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों और बार-बार किए जा रहे हमलों का करारा जवाब देना था।
रात के अंधेरे में भारतीय थल सेना ने भी एक्शन लिया। भारतीय सेना ने बलूचिस्तान में स्थित पाकिस्तानी चौकियों पर रॉकेट लॉन्चर से हमला किया। बलूचिस्तान आर्मी ने पाकिस्तान की गैस पाइप लाइन को काट डाला 1 इस हमले में पाकिस्तान की कई अग्रिम चौकियां और सैन्य ठिकाने पूरी तरह नष्ट हो गए हैं। बताया जा रहा है कि भारतीय सेना लगातार रॉकेट लॉन्चर और तोपखाने से पाकिस्तानी पोस्ट्स को निशाना बना रही है।
भारत की जलसेना ने भी कराची के बंदरगाह पर हमला किया और वहां खड़े पाकिस्तानी नौसैनिक जहाजों को निशाना बनाया। इस हमले में पाकिस्तान की नौसेना को भारी नुकसान हुआ है। कराची बंदरगाह पर लगी कई तेल टंकियां और गोदामों में आग लग गई है, जिससे पूरे इलाके में धुआं ही धुआं छा गया है।
भारतीय वायुसेना के रफाल ,मिराज और सुखोई जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान के कई शहरों में एयर स्ट्राइक की। लाहौर, रावलपिंडी, कराची और सियालकोट जैसे बड़े शहरों में भारतीय एयरफोर्स ने सैन्य ठिकानों, गोला-बारूद डिपो और आतंकी ट्रेनिंग कैंपों पर सटीक हमला किया।
रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि भारत की इस जवाबी कार्रवाई ने पाकिस्तान की सैन्य शक्ति को कमजोर कर दिया है। पाकिस्तान के कई सैन्य अधिकारी घायल हुए हैं और सेना में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं पाकिस्तानी प्रधानमंत्री और शीर्ष सैन्य नेतृत्व ने बंकरों में छिपकर शरण ली है।
भारत सरकार ने साफ किया है कि यह कार्रवाई तब तक जारी रहेगी जब तक पाकिस्तान अपनी आतंकी गतिविधियों पर रोक नहीं लगाता। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार इस ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने सभी सीमावर्ती राज्यों को हाई अलर्ट पर रखा है और पारा मिलिट्री बलों को तैनात कर दिया गया है।
इस कार्रवाई के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें भी भारत-पाकिस्तान के हालात पर टिकी हुई हैं। कई देशों ने पाकिस्तान से अपील की है कि वह आतंकवाद को संरक्षण देना बंद करे और शांति का मार्ग अपनाए।
भारत की सेना ने साफ संदेश दे दिया है कि देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों को करारा जवाब मिलेगा। फिलहाल सीमा पर तनाव जारी है और भारतीय सेना पूरी तरह चौकस है।