रांची। झारखंड की आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने मंगलवार को एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए इंडियन मुजाहिदीन (IM) के कुख्यात आतंकी अम्मार याशर को गिरफ्तार कर लिया। अम्मार याशर पर देश के कई हिस्सों में बम धमाकों और आतंकी साजिशों में शामिल होने का आरोप है।
झारखंड ATS को पिछले कई दिनों से अम्मार की गतिविधियों पर नजर थी। गुप्त सूचना के आधार पर रांची के एक इलाके में छापेमारी कर उसे दबोचा गया। पुलिस के अनुसार, अम्मार झारखंड में बड़े आतंकी हमले की तैयारी में था और उसके निशाने पर भीड़भाड़ वाले बाजार और धार्मिक स्थल थे।
झारखंड ATS के एसपी अमन कुमार ने प्रेस वार्ता में बताया, “अम्मार याशर इंडियन मुजाहिदीन का एक महत्वपूर्ण सदस्य है और वह पिछले कई सालों से फरार था। उसके खिलाफ दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और पुणे में कई मामले दर्ज हैं। उसकी गिरफ्तारी से हमें आतंकी नेटवर्क के कई अहम सुराग मिले हैं।”
पुलिस ने अम्मार के पास से लैपटॉप, कई फर्जी पहचान पत्र, सिम कार्ड, मोबाइल फोन और संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए हैं। शुरुआती पूछताछ में अम्मार ने कई अहम खुलासे किए हैं, जिनके आधार पर पुलिस उसके अन्य साथियों की तलाश कर रही है।
सूत्रों के अनुसार, अम्मार सोशल मीडिया और एन्क्रिप्टेड ऐप्स के जरिए अपने आकाओं से संपर्क में था और नए युवाओं की भर्ती करने की कोशिश कर रहा था। उसके निशाने पर खासकर झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश के कई शहर थे।
केंद्रीय एजेंसियों ने भी अम्मार की गिरफ्तारी पर झारखंड पुलिस को बधाई दी है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) अब इस केस को अपने हाथ में लेने पर विचार कर रही है, ताकि इंडियन मुजाहिदीन के नेटवर्क को जड़ से खत्म किया जा सके।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य पुलिस और ATS की तारीफ करते हुए कहा कि राज्य में आतंक और नफरत की कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार राज्य की सुरक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगी और कानून व्यवस्था को मजबूत बनाएगी।”
गिरफ्तारी के बाद रांची समेत कई संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस जनता से भी सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत देने की अपील कर रही है।