1 मई, वाशिंगटन, डीसी: अमेरिका ने हाल ही में यूक्रेन के साथ एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत, दोनों देश “रिकंस्ट्रक्शन इनवेस्टमेंट फंड” बनाने पर सहमत हुए हैं, जो यूक्रेन के पुनर्निर्माण और विकास में मदद करेगा। इस समझौते पर अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट और यूक्रेन की उप प्रधानमंत्री यूलिया स्विरीडेन्को ने बुधवार को हस्ताक्षर किए।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस समझौते को लेकर अपना बयान देते हुए कहा, “बाइडन प्रशासन ने यूक्रेन को 350 अरब डॉलर दिए, लेकिन अब इस नए समझौते से अमेरिका को अधिक फ़ायदा होगा।” ट्रंप का कहना था कि यह समझौता अमेरिका को आर्थिक दृष्टि से लाभकारी साबित होगा, क्योंकि इसके माध्यम से उन्हें यूक्रेन के दुर्लभ खनिजों तक पहुंच मिलेगी।
इस समझौते की एक बड़ी विशेषता यह है कि दोनों देश एक दूसरे के संसाधनों और क्षमताओं का लाभ उठाकर कीएव के पुनर्निर्माण में तेजी लाने के लिए सहयोग करेंगे। यह समझौता अमेरिका और यूक्रेन के संबंधों में एक नया अध्याय साबित हो सकता है।
यूक्रेन और रूस के बीच लगातार चले आ रहे युद्ध ने यूक्रेन की आर्थिक स्थिति को गहरे नुकसान पहुँचाया है। निरंतर संघर्ष और भयंकर विनाश के कारण यूक्रेन के बुनियादी ढांचे और उद्योगों को भारी क्षति हुई है। ऐसे समय में, अमेरिका जैसे शक्तिशाली देश के साथ किए गए व्यापार समझौते यूक्रेन के लिए एक महत्वपूर्ण सहारा साबित हो सकते हैं। “रिकंस्ट्रक्शन इनवेस्टमेंट फंड” जैसे समझौतों से यूक्रेन को आवश्यक वित्तीय मदद मिल सकती है, जिससे उसके पुनर्निर्माण की प्रक्रिया तेज हो सकेगी। अमेरिका से जुड़ा व्यापार, खास तौर पर दुर्लभ खनिजों और अन्य प्राकृतिक संसाधनों में सहयोग, यूक्रेन को वैश्विक व्यापार में मजबूती देने में मदद करेगा, जिससे उसकी आर्थिक स्थिति फिर से मजबूत हो सकती है और भविष्य में एक स्थिर विकास की संभावना बढ़ेगी।