समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,29 अप्रैल। सोचिए अगर आप दुनिया के किसी भी देश में बिना वीज़ा के जा सकते — कोई पासपोर्ट चेक नहीं, कोई इमिग्रेशन लाइन नहीं, कोई दस्तावेज़ी झंझट नहीं।
यह सपना हकीकत है — लेकिन सिर्फ एक आदमी के लिए। और नहीं, वह न डोनाल्ड ट्रंप हैं, न कोई हॉलीवुड सुपरस्टार।
वह हैं — ब्रिटेन के राजा, किंग चार्ल्स III।
ब्रिटेन के सम्राट किंग चार्ल्स III ही दुनिया के इकलौते ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें किसी भी देश में प्रवेश करने के लिए वीज़ा या पासपोर्ट की ज़रूरत नहीं होती।
आश्चर्यजनक सच यह है कि उनके पास औपचारिक पासपोर्ट भी नहीं है। ब्रिटिश कानून के मुताबिक, चूंकि पासपोर्ट स्वयं राजशाही के नाम पर जारी होते हैं, इसलिए राजा को अपने ही नाम से एक दस्तावेज़ ले जाने की कोई आवश्यकता नहीं है।
दुनिया के तमाम देशों में उनके स्वागत के लिए रेड कार्पेट बिछता है — वह एक चलते-फिरते ‘डिप्लोमेटिक इम्यूनिटी’ का प्रतीक हैं।
किंग चार्ल्स III के सफर भी आम यात्रियों जैसे नहीं होते। वह चलते हैं “The Royal Flight” से — एक विशेष रूप से तैयार किया गया अत्याधुनिक निजी विमान, जिसे ब्रिटिश राजपरिवार के लिए रिजर्व रखा जाता है।
“The Royal Flight” में न केवल सुरक्षा के उच्चतम इंतज़ाम हैं, बल्कि इसे उड़ाने वाले पायलट भी विशेष रूप से चयनित होते हैं। विमान के अंदर शाही साज-सज्जा, लक्जरी लाउंज, वर्किंग ऑफिस और एक मिनी मेडिकल सेंटर तक मौजूद है।
जब किंग सफर करते हैं, तो आसमान भी उन्हें सलाम करता है।
जहां आम आदमी वीज़ा के लिए लंबी कतारों में घंटों खड़ा रहता है, दस्तावेज़ जमा करता है, इंटरव्यू देता है, वहीं किंग चार्ल्स III एक मुस्कान और एक सलाम के साथ देश की सीमाओं को पार कर सकते हैं।
यह विशेषाधिकार कोई नई बात नहीं है। ब्रिटिश सम्राटों के पास सदियों से यह छूट रही है, लेकिन आधुनिक विश्व में, जब हर देश अपनी सीमाओं को लेकर सख्त हो गया है, तब यह अधिकार और भी चौंकाने वाला लगता है।
कई लोग सोच सकते हैं कि डोनाल्ड ट्रंप जैसे पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति को ऐसी सुविधाएं मिलती होंगी, या शायद किसी अरबपति को। लेकिन हकीकत में दुनिया का कोई और नेता, बिजनेस टायकून या सेलिब्रिटी भी ऐसा दर्जा नहीं रखता।