बिहार चुनाव 2025: दिल्ली में चुनाव अधिकारियों और पुलिस के लिए ‘सर्जिकल ट्रेनिंग’ शुरू, चुनाव आयोग का बड़ा मिशन!

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नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर देश की राजधानी दिल्ली में एक्शन मोड में चुनाव आयोग! चुनाव प्रक्रिया को बेदाग, पारदर्शी और हाईटेक बनाने के लिए एक विशेष दो-दिवसीय ट्रेनिंग कार्यक्रम की शुरुआत हो चुकी है। और इसमें शामिल हैं वो अधिकारी जो मतदान की बुनियाद तैयार करते हैं — Booth Level Officers (BLOs), EROs और DEOs।

यह हाई-इंटेंसिटी ट्रेनिंग चल रही है India International Institute of Democracy & Election Management (IIIDEM) में — यानी चुनावी ज्ञान का अखिल भारतीय केंद्र।

  • 229 BLOs

  • 12 Electoral Registration Officers (EROs)

  • 2 District Election Officers (DEOs)
    — सीधे बिहार से बुलाए गए हैं ताकि जमीनी स्तर पर मतदाता सूची में कोई गड़बड़ी न हो और हर मतदाता को मिले उसका हक।

इसी के साथ राज्य पुलिस नोडल अधिकारी (SPNO) और बिहार पुलिस के वरिष्ठ अफसरों को लेकर एक अलग 1-दिवसीय स्पेशल ट्रेनिंग हो रही है। उद्देश्य?

  • कानून व्यवस्था बनाए रखना

  • संवेदनशील इलाकों की पहचान

  • और आदर्श आचार संहिता (MCC) का सख्ती से पालन

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया मुख्य चुनाव आयुक्त श्री ज्ञानेश कुमार ने, जिनके साथ मौजूद थे चुनाव आयुक्त डॉ. विवेक जोशी। दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रतिभागियों से सीधे संवाद कर उन्हें ‘लोकतंत्र के सच्चे सिपाही’ की भूमिका निभाने को कहा।

यह सिर्फ एक ट्रेनिंग नहीं — बल्कि बिहार चुनाव से पहले माइक्रो लेवल पर चुनावी तैयारी का मास्टर प्लान है। BLOs को इस स्तर की ट्रेनिंग देकर उन्हें Assembly Level Master Trainers (ALMTs) बनाया जाएगा, जो देशभर में अन्य BLOs को प्रशिक्षित करेंगे।

पुलिस अधिकारियों की ट्रेनिंग में CAPF (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों) की तैनाती, रीयल-टाइम रिपोर्टिंग, और इलेक्शन प्रोटोकॉल के पालन को लेकर खास फोकस किया जा रहा है।

IIIDEM की ट्रेनिंग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल रही है। अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील और फ्रांस जैसे देशों के 3,000 से ज़्यादा अधिकारी यहां ट्रेनिंग ले चुके हैं। और अब यह मॉडल बिहार चुनाव में भारत की चुनावी साख को और मजबूत करेगा।

बिहार चुनाव अब केवल राज्य की नहीं, देश की प्रतिष्ठा का सवाल बन चुका है। चुनाव आयोग ने मैदान में उतार दिए हैं अपने सबसे प्रशिक्षित योद्धा। अब देखना है — क्या इस तैयारी से निकलेगा बिहार का सबसे निष्पक्ष चुनाव?

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