दंगाइयों के उलेमाओं से मिलती हैं, लेकिन पीड़ित हिंदुओं की तकलीफ नहीं सुनतीं,” वीएचपी के विनोद बंसल का आरोप
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,19 अप्रैल। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने बुधवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने उन पर मुर्शिदाबाद में हालिया हिंसा से प्रभावित हिंदुओं की उपेक्षा करने और अल्पसंख्यक नेताओं का तुष्टिकरण करने का आरोप लगाया।
एक कड़े बयान में बंसल ने कहा, “वो दंगाइयों के उलेमाओं से मिलती हैं, लेकिन पीड़ित हिंदुओं की चीखें नहीं सुनतीं।” उन्होंने हिंदुओं पर हुए हमलों पर ममता बनर्जी की चुप्पी पर सवाल उठाया और आरोप लगाया कि वह महिलाओं, बच्चों और निर्दोष नागरिकों की पीड़ा को नजरअंदाज कर रही हैं, जिन्हें हिंसा के चलते शरणार्थी शिविरों में रहना पड़ रहा है।
वीएचपी प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री पर वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि उनका इमामों और उलेमाओं से मिलना जानबूझकर की गई तुष्टिकरण की रणनीति का हिस्सा है। बंसल ने ममता बनर्जी से चल रही हिंसा को लेकर अपना रुख स्पष्ट करने की मांग की:
क्या वह केवल जिहादियों की “दीदी” हैं?
क्या उनकी चिंता केवल मुस्लिम धर्मगुरुओं तक सीमित है?
क्या इमामों से आगे की सांप्रदायिक हिंसा की योजना पर चर्चा हो रही है?
क्या राष्ट्र विरोधी कानूनों के खिलाफ जिहादी संगठनों को भड़काने की कोई नई रणनीति बनाई जा रही है?
इस स्थिति को “बेहद शर्मनाक” बताते हुए बंसल ने कहा कि हिंदू परिवार विस्थापित हो रहे हैं, जबकि दंगाइयों को संरक्षण मिल रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि अब बंगाल सतर्क है और सब कुछ देख रहा है। बंसल ने कहा, “जितना वह शांति और कानून व्यवस्था बहाल करने की जिम्मेदारी से भागेंगी, सत्ता उतनी ही तेजी से उनके हाथ से फिसलेगी।”
उन्होंने ममता बनर्जी से उग्रवादी तत्वों का सामना करने और यह स्पष्ट संदेश देने की अपील भी की कि पश्चिम बंगाल को “जिहादिस्तान” या “दूसरा बांग्लादेश” बनने नहीं दिया जाएगा।
वीएचपी की यह टिप्पणी मुर्शिदाबाद और आसपास के इलाकों में बढ़े सांप्रदायिक तनाव के बीच आई है, जहां हाल के दिनों में हिंसा और विस्थापन की कई घटनाएं सामने आई हैं। पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से अब तक वीएचपी के इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।