नई दिल्ली 18 अप्रैल 2025 : भारत में मार्च 2025 के दौरान सोने के आयात में जोरदार उछाल दर्ज किया गया है। वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2025 में सोने का आयात साल-दर-साल आधार पर 192.13% बढ़कर $4.47 बिलियन हो गया, जबकि मार्च 2024 में यह आंकड़ा $1.53 बिलियन था।
इस जबरदस्त उछाल के चलते वित्त वर्ष 2024-25 में सोने के कुल आयात में 27.27% की वृद्धि हुई। इस साल भारत ने कुल $58 बिलियन का सोना आयात किया, जो पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में $45.54 बिलियन था।
कीमतों में रिकॉर्ड तोड़ बढ़ोतरी
देश में सोने की कीमतें लगातार नए रिकॉर्ड बना रही हैं। 17 अप्रैल को दिल्ली में सोने की कीमत ₹70 की बढ़ोतरी के साथ ₹98,170 प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई।
चाँदी के आयात में भारी गिरावट
वहीं दूसरी ओर, चांदी के आयात में भारी गिरावट दर्ज की गई है। मार्च 2025 में चांदी का आयात 85.4% घटकर $119.3 मिलियन रह गया। पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में चांदी का कुल आयात 11.24% गिरकर $4.82 बिलियन रहा।
स्विट्ज़रलैंड सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता देश
भारत में आयातित सोने का सबसे बड़ा स्रोत स्विट्ज़रलैंड रहा, जिसने लगभग 40% हिस्सेदारी दी। इसके बाद संयुक्त अरब अमीरात (16%) और दक्षिण अफ्रीका (10%) का स्थान रहा।
हालाँकि मूल्य के आधार पर आयात बढ़ा, लेकिन मात्रात्मक रूप से सोने का आयात घटकर FY25 में 757.15 टन हो गया, जो कि FY24 में 795.32 टन था।
व्यापार घाटे में भी भारी इजाफा
सोने के आयात में अचानक हुई इस बढ़ोतरी का असर भारत के व्यापार घाटे पर भी पड़ा है। केवल मार्च 2025 में व्यापार घाटा $21.54 बिलियन तक पहुँच गया। वहीं पूरे FY 2023-24 में व्यापार घाटा $282.82 बिलियन के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुँच गया।
भारत, चीन के बाद दुनिया में सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। आयातित सोने का अधिकांश हिस्सा ज्वेलरी उद्योग की माँग को पूरा करने के लिए इस्तेमाल होता है, जो भारत की संस्कृति और अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा है।