तीन दिवसीय भारतीय पत्रकारिता महोत्सव का आयोजन, एआई और परिवर्तन 2047 पर रहेगा फोकस

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इंदौर – भारतीय पत्रकारिता का एक प्रतिष्ठित आयोजन “भारतीय पत्रकारिता महोत्सव” आज से इंदौर में शुरू हो गया है। इस महोत्सव का आयोजन स्टेट प्रेस क्लब, मध्य प्रदेश द्वारा 12, 13 और 14 अप्रैल को किया जा रहा है, और यह महोत्सव अपने 17वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है। इस साल के महोत्सव की थीम “एआई और परिवर्तन 2047” रखी गई है, जो पत्रकारिता और मीडिया की भूमिका में बदलाव को ध्यान में रखते हुए डिजिटलीकरण और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की बढ़ती भूमिका पर केंद्रित है।

इस तीन दिवसीय महोत्सव में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया के 100 से अधिक वरिष्ठ और युवा पत्रकार शामिल होंगे। महोत्सव के दौरान छह वैचारिक सत्र और तीन मास्टर क्लास का आयोजन किया जाएगा, जिनमें पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं पर गहन विचार-विमर्श होगा।

महोत्सव का आयोजन मूर्धन्य संपादकों और पत्रकारिता के क्षेत्र में नामचीन हस्तियों की स्मृति में किया जा रहा है, जिनमें राहुल बारपुते, राजेंद्र माथुर, प्रभाष जोशी, माणिकचंद वाजपेयी, रमेशचंद्र अग्रवाल, अभय छजलानी, और डॉ. वेद प्रताप वैदिक का नाम प्रमुख है। इन महान हस्तियों के योगदान को सम्मानित करने के उद्देश्य से महोत्सव का आयोजन किया गया है।

महोत्सव के दौरान मध्य प्रदेश के धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर आधारित एक छायाचित्र प्रदर्शनी का आयोजन भी किया जाएगा। इसके अलावा, एआई पर आधारित चित्रकला प्रदर्शनी “छवि नए युग की” भी देखने को मिलेगी, जो एआई के प्रभाव और विकास को चित्रित करेगी। इस महोत्सव के अंतर्गत 150 पृष्ठों की उद्देश्यपूर्ण स्मारिका भी प्रकाशित की जाएगी, जिसमें एआई के विभिन्न स्वरूपों और इसके भविष्य पर चर्चा की जाएगी।

महोत्सव के पहले दिन, 12 अप्रैल को, प्रातः 11 बजे से “एआई की आंधी और भविष्य” पर चर्चा होगी। इसके बाद, दोपहर 2 बजे से “एआई और न्यूज रूम” और शाम 5 बजे से “एआई और चुनाव परिदृश्य” विषयों पर संवाद होगा।

13 अप्रैल (रविवार) को प्रातः 11 बजे “एआई युग में शिक्षा”, दोपहर 2 बजे “एआई और पॉडकास्ट” और शाम 5 बजे “साइबर सुरक्षा” पर मंथन होगा।

अंतिम दिन 14 अप्रैल (सोमवार) को प्रातः 11 बजे “एआई और रचनात्मकता के खतरे”, दोपहर 2 बजे “एआई एंकरिंग और करियर” और शाम 5 बजे “एआई का चिकित्सा पर असर” विषय पर सत्र होंगे।

महोत्सव के दौरान 13 अप्रैल को दोपहर 1 बजे और 14 अप्रैल को शाम 7 बजे “सप्तऋषि सम्मान समारोह” का आयोजन किया जाएगा, जिसमें पत्रकारिता और मीडिया क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा।

इसके अतिरिक्त, देश के प्रमुख प्रेस क्लब और मीडिया संगठनों का शिखर संवाद भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें मीडिया के वर्तमान और भविष्य पर चर्चा होगी।

महोत्सव में स्टेट प्रेस क्लब के सदस्य, मीडिया स्टूडेंट्स, और प्रबुद्धजन को आमंत्रित किया गया है। इस आयोजन से यह भी संदेश जाता है कि पत्रकारिता का भविष्य तकनीकी बदलावों, विशेषकर एआई के प्रभाव से, किस दिशा में जाएगा और इसके साथ जुड़ी चुनौतियाँ और अवसर क्या हो सकते हैं।

इस तीन दिवसीय महोत्सव में एआई और परिवर्तन 2047 के विषय पर जो विचार मंथन होगा, वह न केवल पत्रकारिता के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह मीडिया के सभी रूपों में नई संभावनाओं और चुनौतियों को सामने लाएगा। इस आयोजन से भारतीय पत्रकारिता को एक नई दिशा मिलने की उम्मीद है, जो आने वाले वर्षों में महत्वपूर्ण साबित होगी।

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