समग्र समाचार सेवा
पटियाला ,18 मार्च। पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधीक्षक (SSP) ने सोमवार को पटियाला में एक घटनाक्रम के बाद 12 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। ये पुलिसकर्मी सेना के एक कर्नल और उनके बेटे पर 13 और 14 मार्च की रात को हमले में शामिल थे। निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों में इंस्पेक्टर से लेकर कांस्टेबल तक के अधिकारी शामिल हैं। इस हमले को लेकर सेना के अधिकारियों और उनके परिवार के बीच व्यापक आक्रोश फैल गया था।
हमला एक CCTV फुटेज में कैद हुआ था, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। फुटेज में देखा गया कि सेना के कर्नल और उनके बेटे को पुलिसकर्मियों ने बेरहमी से पीटा, जिसमें बेसबॉल बैट और धारदार हथियारों का इस्तेमाल किया गया। इस घटना के बाद से रक्षा सेवा के सेवानिवृत्त और कार्यरत अधिकारी विरोध में आ गए थे। हालांकि, शुरुआत में पटियाला पुलिस ने अपने कर्मियों की रक्षा करते हुए FIR अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज की थी, जबकि शिकायतकर्ता ने तीन पुलिस इंस्पेक्टरों का नाम लिया था।
सोमवार को मीडिया से बात करते हुए SSP डॉ. नानक सिंह ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए विभागीय जांच का आदेश दिया गया है, और यह जांच 45 दिनों के भीतर पूरी की जाएगी। डॉ. सिंह ने कहा, “हम सेना के अधिकारी से हुए इस हादसे के लिए माफी चाहते हैं और उन्हें पूरी सम्मान देते हैं। हम सेना के कर्मियों के प्रति उच्चतम सम्मान रखते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि घटना के समय न तो कर्नल और न ही पुलिसकर्मी यूनिफॉर्म में थे।
इस घटना के बाद, पश्चिमी कमान और 1 आर्मर्ड डिवीजन के मुख्यालय ने भी इस हमले पर पंजाब सरकार और पुलिस से कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस ने बताया कि यह हमला तब हुआ जब कर्नल और उनके बेटे की गाड़ी एक विवाद में फंस गई थी, और उसके बाद पुलिसकर्मियों के साथ उनके बीच झड़प हो गई। इस झड़प ने बाद में हिंसक रूप ले लिया, जिसमें कर्नल और उनके बेटे को बुरी तरह से पीटा गया।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले की पूरी जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि मामले की जांच पारदर्शी तरीके से की जाएगी और इसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
वहीं, सेना के अधिकारियों का कहना है कि यह घटना कड़ी कार्रवाई की मांग करती है और दोषियों को सजा दिलवाने के लिए उन्हें पूरा सहयोग मिलेगा।