समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 4 फरवरी। दिल्ली की राजनीति में बड़ा सियासी भूचाल आ गया है। आम आदमी पार्टी (AAP) के 8 विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया है। आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के इस दांव को AAP के लिए एक बड़ा झटका और खुद के लिए एक रणनीतिक जीत माना जा रहा है।
किन विधायकों ने छोड़ी AAP और क्यों?
सूत्रों के अनुसार, जिन विधायकों ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दिया, उन्होंने पार्टी नेतृत्व से नाराजगी, भ्रष्टाचार के आरोपों और केजरीवाल सरकार की कार्यशैली पर असंतोष जताया था। यह विधायक पिछले कुछ समय से पार्टी से नाराज चल रहे थे और बीजेपी में शामिल होने के लिए बातचीत कर रहे थे।
भाजपा को क्या होगा फायदा?
- दिल्ली में AAP को कमजोर करने की रणनीति: AAP के 8 विधायकों के पार्टी छोड़ने से केजरीवाल सरकार पर राजनीतिक दबाव बढ़ेगा।
- चुनावी समीकरण बदलेंगे: इन विधायकों के बीजेपी में शामिल होने से दिल्ली चुनावों में समीकरण बदल सकते हैं।
- आंतरिक कलह का फायदा: AAP में बढ़ती नाराजगी का भाजपा फायदा उठाकर अपना जनाधार मजबूत कर सकती है।
AAP की प्रतिक्रिया
आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर “विधायकों की खरीद-फरोख्त” का आरोप लगाया है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि बीजेपी चुनावों से पहले साजिश के तहत हमारे विधायकों को तोड़ रही है, लेकिन जनता सब देख रही है।
भविष्य की राजनीति पर असर
- दिल्ली में AAP की सरकार पर दबाव बढ़ेगा।
- भाजपा चुनावी तैयारियों को और मजबूती देगी।
- AAP से और भी नेताओं के जाने की संभावना बन सकती है।
निष्कर्ष
दिल्ली में चुनावी घमासान से पहले 8 विधायकों का BJP में शामिल होना AAP के लिए एक बड़ा झटका और बीजेपी के लिए राजनीतिक बढ़त साबित हो सकता है। अब देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में यह घटनाक्रम दिल्ली की राजनीति को किस दिशा में ले जाता है।