समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 27 जनवरी। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक और राजनीति में अपनी सक्रियता के लिए चर्चित नेता, निर्मल अखाड़ा में महामंडलेश्वर के पद पर आसीन हुए हैं। यह घटनाक्रम धर्म और राजनीति का अनोखा मिलाजुला रूप प्रस्तुत करता है, जहां एक राजनीतिक नेता अब संतों की पंक्ति में खड़ा हुआ है। निर्मल अखाड़े में महामंडलेश्वर के रूप में उनका पट्टाभिषेक हुआ और इसके साथ ही उन्होंने अपने परिजनों के लिए पिंडदान भी किया। इस अवसर पर संतों की उपस्थिति और धार्मिक परंपराओं का पालन किया गया, जिससे यह आयोजन और भी खास बन गया।