विक्टर ओरबान का बयान: “सॉरोस ने अमेरिका में युद्ध हार दिया”

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,21 जनवरी।
हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान ने हाल ही में एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने अमेरिकी निवेशक और समाजसेवी जॉर्ज सॉरोस को निशाना बनाते हुए कहा कि “सॉरोस ने अमेरिका में युद्ध हार दिया है।” यह बयान ओरबान ने अमेरिका और यूरोप के संदर्भ में दिए अपने बयानों में दिया, जिसमें उन्होंने सॉरोस और उनके समर्थक विचारधारा के खिलाफ अपनी टिप्पणी की।

सॉरोस का प्रभाव और ओरबान का विरोध

जॉर्ज सॉरोस को एक प्रभावशाली निवेशक और दुनिया भर में सामाजिक बदलाव के लिए कार्य करने वाले व्यक्ति के रूप में जाना जाता है। वे लोकतंत्र, मानवाधिकार और मुक्त बाजार के सिद्धांतों को बढ़ावा देते रहे हैं और कई देशों में राजनीतिक और सामाजिक आंदोलनों का समर्थन करते हैं।

हालांकि, हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान और सॉरोस के बीच लंबे समय से विवाद रहे हैं। ओरबान का मानना है कि सॉरोस की नीतियां और उनके संगठन यूरोप और विशेष रूप से हंगरी की राष्ट्रीय संप्रभुता के लिए खतरा हैं। वे अक्सर सॉरोस को अपने देश में प्रवासी नीति, खुली सीमाओं और वैश्विकतावाद के समर्थन के लिए जिम्मेदार ठहराते हैं।

अमेरिका में सॉरोस का प्रभाव और हार

विक्टर ओरबान ने अपने बयान में यह कहा कि जॉर्ज सॉरोस और उनके समर्थकों ने अमेरिकी राजनीति में एक महत्वपूर्ण संघर्ष शुरू किया था, लेकिन अब वे इसमें असफल हो चुके हैं। उनका मानना है कि सॉरोस की विचारधारा, जो खुले समाज और खुले बाजारों का समर्थन करती है, अब अमेरिका में परास्त हो चुकी है।

ओरबान ने यह भी कहा कि अमेरिका में जो बदलाव आए हैं, वे इस बात का संकेत हैं कि सॉरोस की वैश्विकतावादी नीतियों के प्रति लोगों में विरोध बढ़ रहा है। उन्होंने यह दावा किया कि अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की सरकार के दौरान सॉरोस के समर्थक नीतियों को बड़े पैमाने पर अस्वीकार किया गया, जो उनकी हार का एक मुख्य कारण था।

ओरबान का बयान और अमेरिकी राजनीति

विक्टर ओरबान के इस बयान से यह साफ होता है कि वे सॉरोस की विचारधारा और उनकी वैश्विक राजनीति से पूरी तरह असहमत हैं। अमेरिका में सॉरोस के प्रभाव को लेकर विवाद तब और बढ़ा था, जब 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रम्प और उनके समर्थकों ने यह आरोप लगाया था कि सॉरोस और अन्य वैश्विक नेता अमेरिकी चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे थे।

ओरबान के अनुसार, सॉरोस की हार अमेरिका में एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जहां उनकी नीतियों के प्रति विरोध अधिक स्पष्ट हो चुका है।

निष्कर्ष

विक्टर ओरबान का यह बयान जॉर्ज सॉरोस के विचारों और उनके प्रभाव को लेकर एक और आलोचना है। उनका यह कहना कि “सॉरोस ने अमेरिका में युद्ध हार दिया,” न केवल सॉरोस की वैश्विक नीतियों के खिलाफ ओरबान के विचारों को स्पष्ट करता है, बल्कि यह अमेरिकी राजनीति में भी एक बड़े बदलाव को दर्शाता है। यदि सॉरोस की विचारधारा को अमेरिका में अस्वीकृत किया जाता है, तो यह वैश्विक राजनीति पर एक गहरा प्रभाव डाल सकता है।

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