समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,21 जनवरी। कांग्रेस पार्टी को अश्विनी उपाध्याय की याचिका के चलते सुप्रीम कोर्ट में स्थानों के उपासना अधिनियम (Places of Worship Act) के समर्थन में आना पड़ा, जिससे कांग्रेस का तथाकथित “धर्मनिरपेक्ष” मुखौटा उतर गया। कांग्रेस का चेहरा अब मुस्लिम लीग की विचारधारा जैसा नजर आने लगा है। यह अधिनियम, जो 1991 में पारित हुआ था, ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों की स्थिति को जस का तस बनाए रखने का निर्देश देता है। इस याचिका ने कांग्रेस की आजादी के बाद से अब तक की राजनीति और वोट बैंक की रणनीति को उजागर कर दिया है।