महाकुंभ 2025 के लिए उत्तर प्रदेश प्रशासन तैयार: 160,000 तंबू और 150,000 टॉयलेट्स की व्यवस्था

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समग्र समाचार सेवा
प्रयागराज,13 जनवरी।
महाकुंभ 2025 की तैयारियों को लेकर उत्तर प्रदेश प्रशासन ने व्यापक कदम उठाए हैं। इस बार महाकुंभ का आयोजन पहले से कहीं बड़े स्तर पर किया जाएगा, जहां श्रद्धालुओं की सुविधा और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्रशासन ने 160,000 तंबू और 150,000 टॉयलेट्स की व्यवस्था की है, जिससे हर साल होने वाली इस भव्य धार्मिक यात्रा में शामिल होने वाले लाखों श्रद्धालुओं को एक बेहतर और स्वच्छ वातावरण मिल सके।

तंबू और टॉयलेट्स की विशाल व्यवस्था

उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ के लिए विशाल व्यवस्था की है।

  • 160,000 तंबू: इस बार महाकुंभ में श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए 160,000 तंबू लगाए जाएंगे। इनमें प्रत्येक तंबू में पर्याप्त जगह, पानी और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
  • 150,000 टॉयलेट्स: स्वच्छता को प्राथमिकता देते हुए प्रशासन ने 150,000 टॉयलेट्स की व्यवस्था की है। यह कदम महाकुंभ के दौरान होने वाली भीड़-भाड़ और स्वच्छता के लिहाज से बेहद अहम है।

स्वच्छता पर विशेष ध्यान

महाकुंभ में स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने कई कदम उठाए हैं।

  • स्मार्ट टॉयलेट्स: टॉयलेट्स को स्मार्ट तकनीक से जोड़ने की योजना बनाई गई है, जिससे सफाई पर नजर रखी जा सकेगी और किसी भी प्रकार की समस्या का तुरंत समाधान हो सकेगा।
  • कचरा प्रबंधन: प्रत्येक सेक्टर में कचरा प्रबंधन के लिए विशेष डस्टबिन और वेस्ट कलेक्शन पॉइंट्स की व्यवस्था की जाएगी।
  • प्लास्टिक मुक्त मेला: महाकुंभ क्षेत्र को पूरी तरह से प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए प्रशासन ने अभियान चलाने का निर्णय लिया है।

आधुनिक सुविधाओं की भरमार

महाकुंभ 2025 में सिर्फ तंबू और टॉयलेट्स ही नहीं, बल्कि आधुनिक सुविधाओं का भी ख्याल रखा गया है।

  • स्मार्ट ट्रैफिक व्यवस्था: श्रद्धालुओं के आवागमन को सुगम बनाने के लिए स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया जाएगा।
  • ई-रिक्शा और शटल सेवाएं: प्रदूषण मुक्त परिवहन की व्यवस्था के लिए ई-रिक्शा और शटल सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
  • स्वास्थ्य सेवाएं: महाकुंभ में कई अस्थायी अस्पताल, एम्बुलेंस और मेडिकल टीम तैनात की जाएगी।

पर्यावरण संरक्षण की पहल

महाकुंभ को पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए भी कई पहल की गई हैं।

  • सौर ऊर्जा का उपयोग: टॉयलेट्स, स्ट्रीट लाइट्स और अन्य सुविधाओं में सौर ऊर्जा का उपयोग किया जाएगा।
  • गंगा नदी की सफाई: गंगा नदी की सफाई के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संदेश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ की तैयारियों पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा, “महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, यह हमारी संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक है। हमारी सरकार का लक्ष्य है कि श्रद्धालुओं को स्वच्छ, सुरक्षित और सुविधाजनक माहौल मिले।”

निष्कर्ष

महाकुंभ 2025 की तैयारी में प्रशासन ने जो कदम उठाए हैं, वे न केवल स्वच्छता और सुरक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण हैं, बल्कि यह एक मजबूत प्रशासनिक प्रयास भी हैं। 160,000 तंबू और 150,000 टॉयलेट्स जैसी विशाल व्यवस्थाओं से यह साबित होता है कि उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ 2025 को सबसे सफाई और सुविधाजनक रूप में आयोजित करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। यह आयोजन न केवल श्रद्धालुओं के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बनेगा, बल्कि पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी आदर्श होगा।

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