“इन्होंने हमारी नीली क्रांति को फैशन शो बना दिया…”, राहुल और प्रियंका गांधी पर भड़के मायावती के भतीजे

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,24 दिसंबर।
उत्तर प्रदेश की राजनीति में अब एक नई विवाद की आंधी चल पड़ी है। बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने कांग्रेस के नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि राहुल और प्रियंका गांधी ने किसानों के हित में शुरू की गई नीली क्रांति (Blue Revolution) को फैशन शो में बदल दिया है, और उन्होंने इसका राजनीतिक लाभ उठाने का प्रयास किया है। यह बयान उस समय आया जब राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने हाल ही में उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी के चुनाव प्रचार के दौरान किसानों और उनकी समस्याओं को लेकर कई सार्वजनिक कार्यक्रम किए थे।

नीली क्रांति का महत्व

नीली क्रांति का उद्देश्य जलाशयों और जल संसाधनों के सही प्रबंधन और प्रोटीन की खपत को बढ़ाने के लिए मछली पालन को बढ़ावा देना था। यह योजना भारतीय मछली पालन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई थी, ताकि खाद्य सुरक्षा और कृषि में सुधार हो सके। यह क्रांति न केवल मछली उत्पादन को बढ़ाने के लिए, बल्कि किसानों और मछुआरों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए भी महत्वपूर्ण थी। मायावती के भतीजे आकाश आनंद का कहना है कि इस क्रांति को एक अहम कदम के रूप में देखा जाना चाहिए, न कि राजनीति का एक औजार।

राहुल और प्रियंका गांधी पर आरोप

आकाश आनंद ने अपने बयान में कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने नीली क्रांति की गंभीरता को नजरअंदाज किया और इसे केवल एक राजनीतिक टूल के रूप में इस्तेमाल किया। उन्होंने आरोप लगाया कि इन नेताओं ने इसे फैशन शो में बदल दिया है, और मछली पालन जैसी गंभीर योजना को केवल प्रचार के लिए ही पेश किया। आकाश ने यह भी कहा कि यह बहुत दुखद है कि कांग्रेस पार्टी के प्रमुख नेता इस मुद्दे को लेकर सिर्फ दिखावा कर रहे हैं, जबकि उन्होंने कभी भी इस क्रांति के असली उद्देश्य को समझने की कोशिश नहीं की।

आकाश ने कांग्रेस नेताओं की निंदा करते हुए कहा कि वे “किसानों और मछुआरों के असली मुद्दों” को नजरअंदाज कर रहे हैं और केवल अपने चुनाव प्रचार के लिए उनका शोषण कर रहे हैं। उनका यह भी मानना था कि राहुल और प्रियंका गांधी को अपनी छवि सुधारने के लिए इस गंभीर मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए था।

मायावती की राजनीति और आकाश आनंद की भूमिका

मायावती की पार्टी BSP ने हमेशा ही दलितों, पिछड़ों, और किसानों के हितों को प्राथमिकता दी है। मायावती खुद भी हमेशा से अपने राजनैतिक दृष्टिकोण में एक स्पष्ट एजेंडा रखती हैं, जो समाज के कमजोर वर्गों के लिए होता है। आकाश आनंद, जो मायावती के भतीजे हैं और BSP में एक महत्वपूर्ण नेता हैं, उनके इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि वे न केवल कांग्रेस बल्कि देश के अन्य नेताओं को भी अपनी राजनीतिक लाइन पर चलने की चुनौती देते हैं।

आकाश ने अपने बयान में यह भी कहा कि भाजपा और कांग्रेस जैसी पार्टियां किसानों और मछुआरों के मुद्दों को केवल चुनावी मुद्दे बनाकर प्रचार करती हैं, जबकि उनकी वास्तविक स्थिति में कोई सुधार नहीं होता। उनका कहना था कि अगर कांग्रेस और अन्य पार्टियां किसानों के प्रति ईमानदार हैं, तो उन्हें उनके वास्तविक समस्याओं का समाधान ढूंढना चाहिए, न कि सिर्फ दिखावा करना चाहिए।

कांग्रेस की प्रतिक्रिया

कांग्रेस ने आकाश आनंद के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि राहुल और प्रियंका गांधी हमेशा किसानों और मछुआरों के लिए काम कर रहे हैं। पार्टी ने यह भी कहा कि नीली क्रांति और किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ कांग्रेस ने हमेशा आवाज उठाई है। कांग्रेस का कहना है कि वे किसानों के वास्तविक मुद्दों पर काम कर रहे हैं और उनके हितों को प्राथमिकता देते हुए चुनावी रणनीति बना रहे हैं।

कांग्रेस ने यह भी स्पष्ट किया कि उनके नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने कभी भी मछुआरों और किसानों को अपनी राजनीति का टूल नहीं बनने दिया है, बल्कि उनके लिए योजनाएं बनाई हैं, जो उनकी स्थिति में सुधार कर सकती हैं।

निष्कर्ष

मायावती के भतीजे आकाश आनंद का बयान यूपी की राजनीति में एक नए विवाद का कारण बन गया है। कांग्रेस नेताओं पर लगाए गए आरोपों के बाद यह सवाल उठता है कि क्या नेताओं को किसानों और मछुआरों के मुद्दों को केवल राजनीति का हिस्सा बनाना चाहिए, या फिर उनके असली समस्याओं का हल निकालने के लिए ईमानदारी से काम करना चाहिए।

राजनीतिक बयानबाजी के बावजूद, यह समय है कि हम अपनी कृषि और मछली पालन योजनाओं को गंभीरता से लें और उन्हें वास्तविक विकास और सुधार की दिशा में आगे बढ़ाएं।

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.