समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,13 दिसंबर।
इंडिगो एयरलाइन का परिचालन एक बार फिर बाधित हो गया, जिसके चलते नई दिल्ली-मुंबई और तुर्किये के बीच यात्रा कर रहे करीब 400 यात्री इस्तांबुल हवाईअड्डे पर 24 घंटे तक फंसे रहे। जब यात्रियों ने देरी और रद्द उड़ानों पर सवाल उठाए, तो एयरलाइन ने इसे परिचालन संबंधी कारणों का हवाला देते हुए टालने की कोशिश की।
यात्रियों ने सोशल मीडिया मंच एक्स और लिंक्डइन पर अपना गुस्सा व्यक्त किया। यात्रियों का कहना है कि पहले उड़ान में देरी की सूचना दी गई और बाद में बिना किसी स्पष्ट जानकारी के इसे रद्द कर दिया गया। अनुश्री भंसाली नामक यात्री ने बताया कि उड़ान पहले दो घंटे लेट हुई और फिर अचानक रद्द कर दी गई। 12 घंटे बाद यह बताया गया कि उड़ान का समय बदल दिया गया है, जिससे यात्री असहाय होकर फंसे रहे।
ठहरने और खाने की सुविधा नहीं
फंसे यात्रियों ने बुखार और थकान की शिकायत करते हुए कहा कि एयरलाइन की ओर से न तो रहने का इंतजाम किया गया और न ही भोजन मुहैया कराया गया। किसी भी इंडिगो कर्मचारी ने यात्रियों से संपर्क नहीं किया।
ठंड में इंतजार और असुविधा
यात्री रोहन राजा ने बताया कि दिल्ली से सुबह 6:40 बजे की उड़ान रद्द होने के बाद यात्रियों को ठंड का सामना करना पड़ा। उन्होंने दावा किया कि एयरलाइन ने उन्हें आवास तक पहुंचाने के लिए कोई परिवहन सुविधा भी नहीं दी।
जानकारी का अभाव और अफरा-तफरी
यात्री पार्श्व मेहता ने कहा कि उड़ान का समय बार-बार बदला गया और कोई स्पष्ट घोषणा नहीं की गई। यात्रियों को जानकारी तुर्की एयरलाइंस के चालक दल से मिली, जबकि इंडिगो की ओर से कोई सहयोग नहीं मिला।
सबसे खराब एयरलाइन का दर्जा
इस महीने की शुरुआत में एयरहेल्प स्कोर रिपोर्ट 2024 ने इंडिगो को दुनिया की सबसे खराब एयरलाइनों में से एक करार दिया था, जहां 109 एयरलाइनों में इसका स्थान 103वां रहा।
यात्रियों के साथ हुए इस अनुभव ने एयरलाइन की कार्यप्रणाली और यात्रियों के प्रति उसकी जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।