मस्जिदों और दरगाहों पर मुकदमों से साम्प्रदायिक तनाव: पूजा स्थल अधिनियम का पालन करना आवश्यक – न्यायमूर्ति नरीमन
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,6 दिसंबर। नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश, न्यायमूर्ति रोहिंटन फली नरीमन ने हाल ही में मस्जिदों और दरगाहों के खिलाफ दायर मुकदमों को साम्प्रदायिक सौहार्द के लिए हानिकारक बताते हुए कड़ी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि भारत में साम्प्रदायिक तनाव बढ़ाने वाले इन मामलों पर रोक लगाने के लिए 1991 के पूजा स्थल (विशेष उपबंध) अधिनियम का पालन करना बेहद जरूरी है।