“ट्रंप समर्थक पुरुषों से शादी नहीं करेंगे, न डेट करेंगे” – अमेरिकी लिबरल महिलाओं का अनोखा आंदोलन

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,8 नवम्बर। अमेरिका में राजनीतिक ध्रुवीकरण का असर अब रिश्तों पर भी पड़ता नजर आ रहा है। हाल ही में अमेरिकी लिबरल महिलाओं के एक समूह ने एक अनोखा आंदोलन शुरू किया है, जिसमें वे स्पष्ट रूप से कह रही हैं कि वे उन मर्दों से न तो शादी करेंगी, न ही डेट करेंगी, जिन्होंने 2020 के चुनाव में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को वोट दिया था। इस आंदोलन का उद्देश्य ट्रंप समर्थकों से दूरी बनाना और ऐसे संबंधों से बचना है जो उनके विचारों और मूल्यों के विपरीत हैं।

ट्रंप समर्थक पुरुषों से दूरी का फैसला

इस आंदोलन में शामिल महिलाओं का मानना है कि ट्रंप का समर्थन करने वाले पुरुषों के विचार उनके लिबरल और प्रोग्रेसिव दृष्टिकोण से मेल नहीं खाते। उनके अनुसार, ट्रंप समर्थक पुरुषों का राजनीतिक दृष्टिकोण महिलाओं के अधिकारों, नस्लीय समानता और LGBTQ+ अधिकारों जैसे मुद्दों पर उनके विचारों के विपरीत है। इन महिलाओं का कहना है कि वे किसी ऐसे व्यक्ति के साथ जीवन बिताना नहीं चाहतीं, जिसका दृष्टिकोण उनके मूल्यों और नैतिकताओं से मेल नहीं खाता।

सोशल मीडिया पर समर्थन

यह आंदोलन सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है, जहां कई लिबरल महिलाएं #NoTrumpSupporter डेटिंग के साथ अपनी राय साझा कर रही हैं। वे इस अभियान के माध्यम से अन्य महिलाओं को भी प्रेरित कर रही हैं कि वे भी ट्रंप समर्थकों से रिश्ते में ना जुड़ें और अपने जीवन में उन लोगों को शामिल करें जिनके विचार और मूल्य समान हों।

राजनीतिक ध्रुवीकरण का असर

इस आंदोलन ने अमेरिकी समाज में राजनीतिक विभाजन को और गहरा कर दिया है। एक ओर जहां लिबरल महिलाएं इस पहल का समर्थन कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग इसे अतिवादी और भेदभावपूर्ण मानते हैं। इस अभियान का कहना है कि यह राजनीतिक नहीं बल्कि मूल्यों और विश्वासों का मामला है। इन महिलाओं का तर्क है कि इस तरह के फैसले से वे एक स्वस्थ और समझदार रिश्ते में रह सकेंगी, जो उनके विचारों के साथ मेल खाता हो।

मानसिक स्वास्थ्य और रिश्तों पर असर

विशेषज्ञों का मानना है कि जब दो लोगों के राजनीतिक दृष्टिकोण बहुत अलग होते हैं, तो इससे उनके रिश्तों में तनाव पैदा हो सकता है। कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि जब राजनीतिक विचार एक जैसे हों, तो रिश्ते अधिक सफल होते हैं। इस आंदोलन से एक संदेश यह भी मिल रहा है कि लोग ऐसे संबंधों में रहना चाहते हैं जो उन्हें मानसिक शांति और सुरक्षा प्रदान कर सके।

ट्रंप समर्थकों की प्रतिक्रिया

ट्रंप समर्थक पुरुषों की ओर से भी इस आंदोलन पर प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं। कुछ लोगों का कहना है कि यह एक नकारात्मक रवैया है जो विभाजन को और बढ़ावा देता है। उनका कहना है कि राजनीतिक मतभेद के बावजूद रिश्तों में समझ और सहिष्णुता होनी चाहिए।

निष्कर्ष

अमेरिका में यह अनोखा आंदोलन बताता है कि राजनीतिक विचारधाराएँ अब व्यक्तिगत और सामाजिक रिश्तों को भी प्रभावित कर रही हैं। यह आंदोलन लिबरल महिलाओं के लिए एक आवाज़ है, जो समान विचारधारा वाले लोगों के साथ जीवन बिताने की इच्छा रखती हैं। वहीं, यह समाज में राजनीतिक ध्रुवीकरण के गहराते प्रभावों की भी एक झलक है।

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