समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,5 अक्टूबर। एनसीपी (अजित पवार गुट) के नेता सचिन कुर्मी की कल रात मुंबई के बायकुला इलाके में अज्ञात लोगों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी। यह घटना उस समय हुई जब वह अपने घर लौट रहे थे। उनकी हत्या ने राजनीतिक गलियारे में हड़कंप मचा दिया है और इसे मुंबई में बढ़ते अपराध की एक गंभीर घटना के रूप में देखा जा रहा है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सचिन कुर्मी पर अचानक हमला किया गया। उन्हें गंभीर चोटें आईं और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की और आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू किया। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि कुर्मी पर हमला करने वाले अज्ञात हमलावर तेज़ी से भाग गए। पुलिस ने हत्या की इस घटना को संज्ञान में लेते हुए कई टीमों का गठन किया है, ताकि हमलावरों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके।
सचिन कुर्मी की हत्या से राजनीतिक दलों में चिंता का माहौल है। एनसीपी ने इस हत्या की कड़ी निंदा की है और इसे राजनीतिक प्रतिशोध का परिणाम बताया है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि ऐसी घटनाएं लोकतंत्र के लिए घातक होती हैं और सरकार को इस पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।
कुर्मी के परिवार और समर्थकों ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त किया है। उनके निधन से राजनीतिक बिरादरी में शोक की लहर दौड़ गई है। समर्थकों ने न्याय की मांग की है और आरोप लगाया है कि इस प्रकार की घटनाएं राजनीतिक दुश्मनी के चलते हो रही हैं।
पुलिस ने हत्या की वजह का पता लगाने के लिए गहन जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे किसी भी सुराग को नजरअंदाज नहीं करेंगे और मामले का शीघ्र समाधान करेंगे। इस घटना ने न केवल कुर्मी के परिवार को बल्कि स्थानीय समुदाय को भी हिलाकर रख दिया है।
सचिन कुर्मी की हत्या के बाद, मुंबई में सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। राजनीतिक नेताओं और समाज के सभी वर्गों ने एकजुटता से इस अपराध के खिलाफ आवाज उठाई है और न्याय की मांग की है।
इस प्रकार की घटनाएं न केवल राजनीतिक स्थिरता को खतरे में डालती हैं, बल्कि समाज में डर और अशांति का माहौल भी उत्पन्न करती हैं। सभी की निगाहें अब पुलिस की कार्रवाई और इस मामले में न्याय की उम्मीद पर टिकी हैं।