जुलाई 2024 में शाकाहारी और मांसाहारी थाली की लागत में वृद्धि

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,7 अगस्त। क्रिसिल एमआईएंडए की रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई 2024 में माह-दर-माह आधार पर घर में पकाए गए शाकाहारी और मांसाहारी थाली की लागत में क्रमशः 11 फीसदी और 6 फीसदी की वृद्धि हुई है।

क्रिसिल के मुताबिक, शाकाहारी थाली की लागत में 11 फीसदी की वृद्धि का मुख्य कारण टमाटर की कीमतों में 55 फीसदी की बढ़ोतरी है, जो जून में 42 रुपये प्रति किलो से बढ़कर जुलाई में 66 रुपये प्रति किलो हो गई है। यह वृद्धि कर्नाटक और आंध्र प्रदेश जैसे प्रमुख राज्यों में उच्च तापमान के कारण हुई है, जिसने गर्मियों की फसल को प्रभावित किया।

इसके अतिरिक्त, कर्नाटक में मई में छिटपुट बारिश ने सफेद मक्खी के संक्रमण को बढ़ा दिया, जिससे फसल उत्पादन प्रभावित हुआ।

जुलाई में वेज थाली की कीमत जून के 29.4 रुपये से बढ़कर 32.6 रुपये हो गई और नॉन-वेज थाली की कीमत 58 रुपये से बढ़कर 61.4 रुपये हो गई।

क्रिसिल के अनुसार, प्याज और आलू की कीमतों में माह-दर-माह क्रमशः 20 फीसदी और 16 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जिससे वेज थाली की लागत और बढ़ गई। प्याज की कीमतों में वृद्धि रबी की कम उत्पादन के कारण हुई, जबकि पंजाब, गुजरात और उत्तर प्रदेश में लेट ब्लाइट संक्रमण ने आलू के उत्पादन को प्रभावित किया। हालांकि, नॉन-वेज थाली की कीमत वेज थाली की तुलना में धीमी गति से बढ़ी है, क्योंकि कुल कीमत का 50 फीसदी से अधिक हिस्सा ब्रॉयलर की कीमत स्थिर रहने के कारण है।

साल-दर-साल की तुलना में, जुलाई 2024 में घर में पकाए गए शाकाहारी थाली की कीमत में 4 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि नॉन-वेज थाली की कीमत में 9 फीसदी की कमी आई है। पिछले वित्त वर्ष के उच्च आधार पर टमाटर की कीमतों में 40 फीसदी की गिरावट के कारण शाकाहारी थाली की लागत में कमी आई है।

क्रिसिल ने बताया कि जुलाई 2023 में टमाटर की कीमतें 110 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई थीं, जो उत्तरी राज्यों से आपूर्ति को प्रभावित करने वाली बाढ़ और कर्नाटक में कीटों के संक्रमण के कारण हुई थी। प्याज और आलू की कीमतों में साल-दर-साल क्रमशः 65 फीसदी और 55 फीसदी की वृद्धि ने थाली की लागत में और गिरावट को रोक दिया।

गैर-शाकाहारी थाली के लिए, लागत में कमी वित्त वर्ष 2024 के उच्च आधार पर ब्रॉयलर की कीमतों में अनुमानित 11 फीसदी की साल-दर-साल गिरावट के कारण हुई है। घर पर थाली तैयार करने की औसत लागत की कैलकुलेशन उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम भारत में प्रचलित इनपुट कीमतों के आधार पर की जाती है।

रेटिंग एजेंसी के अनुसार, थाली की लागत में बदलाव लाने वाली सामग्री में अनाज, दालें, ब्रॉयलर, सब्जियां, मसाले, खाद्य तेल, और रसोई गैस शामिल हैं। शाकाहारी थाली में रोटी, सब्जियां (प्याज, टमाटर, आलू), चावल, दाल, दही और सलाद शामिल होते हैं, जबकि नॉन-वेज थाली में दाल की जगह चिकन होता है।

गौरतलब है कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) द्वारा मापी गई भारत की रीटेल इन्फ्लेशन दर जून 2024 में 5.08 फीसदी थी, जो मई 2024 में 4.75 फीसदी थी। RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने जून की मौद्रिक नीति में रेपो दर को 6.50 फीसदी पर बरकरार रखा है।

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