समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 3अगस्त। रामनगरी अयोध्या के भदरसा में हुए रेप केस के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में पीड़ित बच्ची की मां से मुलाकात की। मुलाकात के कुछ घंटों बाद ही मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस मामले में त्वरित कार्रवाई शुरू की गई। सबसे पहले केस में लापरवाही बरतने के आरोप में थाना पूराकलंदर के थानाध्यक्ष रतन शर्मा और भदरसा चौकी इंचार्ज अखिलेश गुप्ता को सस्पेंड कर दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में जल्द ही और बड़े स्तर पर कार्रवाई की जा सकती है।
सीएम योगी ने पीड़िता को न्याय का आश्वासन दिया
नाबालिग बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़िता की मां को आश्वस्त किया कि सरकार उनके साथ है और दोषियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा। शुक्रवार शाम को एसडीएम सोहावल, राजस्व कर्मियों के साथ आरोपी सपा नेता मोईन खान के घर पहुंचे। आरोपी नेता की जमीन-जायदाद की पैमाइश शुरू हो गई है। पीड़िता की मां ने बताया कि सीएम ने उन्हें आश्वासन दिया है कि आरोपी सपा नेता की संपत्तियों की जांच कराई जाएगी और अवैध संपत्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
दोषियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुष्कर्म पीड़िता बच्ची की मां को आश्वस्त किया कि सरकार उनके साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री के आवास पर मुलाकात के बाद पीड़िता की मां ने पत्रकारों से बात की और बताया कि उन्होंने सरकार से दोषियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग की है। सीएम योगी ने आश्वासन दिया कि आरोपी सपा नेता मोईन खान की संपत्तियों की जांच होगी।
जानें क्या है अयोध्या रेप मामला?
अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र में हुई इस शर्मनाक घटना में सपा नेता मोईन खान और उसके नौकर पर 12 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग का आरोप है। आरोपित मोईन खान फैजाबाद से सपा सांसद अवधेश प्रसाद का करीबी बताया जाता है। मुख्यमंत्री योगी ने इस घटना पर गहरी नाराजगी व्यक्त की थी और विधानसभा में सपा के सॉफ्ट कॉर्नर की भर्त्सना की थी।