समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 3अगस्त। अयोध्या में एक 12 साल की बच्ची के साथ कथित दुष्कर्म के मामले में राजनीति गरमा गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) के भदरसा नगर अध्यक्ष मोईद खान पर आरोप है कि उन्होंने इस गैंग रेप का वीडियो बनाया था। इस मामले में सपा के नेताओं की प्रतिक्रियाएं आई हैं और स्थिति अब और भी गंभीर हो गई है।
अखिलेश यादव का बयान:
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोपी मोईद खान के डीएनए टेस्ट की मांग की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि कुकृत्य के मामलों में आरोपितों का डीएनए टेस्ट कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए। अगर डीएनए टेस्ट के बाद आरोप झूठे साबित होते हैं, तो आरोप लगाने वाले या संलिप्त अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
मायावती का पलटवार:
बीएसपी प्रमुख मायावती ने अखिलेश यादव की मांग पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने लिखा कि यूपी सरकार द्वारा आरोपी के खिलाफ की जा रही सख्त कार्रवाई उचित है, लेकिन सपा को यह भी बताना चाहिए कि उनकी सरकार में कितने आरोपियों का डीएनए टेस्ट किया गया था। मायावती ने कहा कि अयोध्या और लखनऊ की घटनाएं चिंताजनक हैं और सरकार को जाति और राजनीति से ऊपर उठकर सख्त कदम उठाने चाहिए।
मामले की पृष्ठभूमि:
अयोध्या दुष्कर्म मामले में यूपी की योगी सरकार एक्शन में है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बच्ची की मां से मिलने के बाद मोईद खान की बेकरी को बुलडोजर से ढहा दिया। अयोध्या विकास प्राधिकरण के सचिव सतेंद्र सिंह ने कहा कि बेकरी तालाब की जमीन पर बनी थी और इसकी जांच के बाद कार्रवाई की गई है। आरोपी की अवैध संपत्तियों की जांच की जा रही है।
On the Ayodhya gangrape case, SP Chief Akhilesh Yadav tweets, "…Whoever is guilty should be given punishment according to the law, but if the allegations are proved false after the DNA test, then the government officials involved should also not be spared…" pic.twitter.com/2Z3y0aDYuA
— ANI (@ANI) August 3, 2024