समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 1अगस्त। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, परमाणु ऊर्जा विभाग और अंतरिक्ष विभाग तथा कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज लोकसभा में एक अतारांकित प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि “सरकार सेवाओं के संदर्भ में नैतिक और पेशेवर मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।”
डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि आईएएस अधिकारियों के खिलाफ कुल 142 कार्यवाही शुरू की गई हैं, जबकि उनके आईपीएस समकक्षों के खिलाफ 213 ऐसी कार्यवाही शुरू की गई हैं। यह इन प्रतिष्ठित सेवाओं के भीतर नैतिक और पेशेवर मानकों से किसी भी विचलन का समाधान करने के लिए एक सशक्त तंत्र को दर्शाता है।
डॉ. सिंह ने कहा कि उच्च मानकों को बनाए रखने में सरकार की प्रतिबद्धता इन कार्रवाइयों को कुशलतापूर्वक पूरा करने के लिए चल रहे प्रयासों में स्पष्ट है। आईएएस अधिकारियों से जुड़े 142 मामलों में से 106 वर्तमान में चल रहे हैं, जो इन मामलों को हल करने के लिए एक सक्रिय दृष्टिकोण को दर्शाता है। उल्लेखनीय रूप से, 33 मामले पहले ही समाप्त हो चुके हैं, जो ईमानदारी और न्याय को बनाए रखने के प्रति समर्पण पर जोर देता है। इसके अतिरिक्त, 3 मामलों में, विभिन्न न्यायालयों द्वारा कार्यवाही पर रोक लगा दी गई है, जो एक पारदर्शी न्यायिक प्रक्रिया का संकेत देता है।
इन कार्यवाहियों का राज्यवार विवरण आईएएस अधिकारियों के लिए अनुलग्नक-I और आईपीएस अधिकारियों के लिए अनुलग्नक-II में सावधानीपूर्वक प्रलेखित किया गया है, जिससे व्यापक पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होती है।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने आचरण और जवाबदेही के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए भारतीय प्रशासनिक और पुलिस सेवाओं की अटूट प्रतिबद्धता के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि किसी भी चूक के क्रम में सक्रिय रूप से समाधान करके, ये उपाय जनता द्वारा इन संस्थानों में रखे गए विश्वास और भरोसे को मजबूत करते हैं।
इस प्रकार, सरकार का प्रयास सेवाओं के संदर्भ में नैतिकता और पेशेवर मानकों को बनाए रखते हुए नागरिकों के प्रति एक उत्तरदायी और पारदर्शी प्रणाली स्थापित करना है।