दिल्ली के यमुनापार इलाके में तीन महीने में 20 हत्याएं, क्राइम के नए बादशाह उभर रहे

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 27जुलाई। दिल्ली के यमुनापार इलाके में पिछले तीन महीनों से अशांति का माहौल है। यहां गैंगवार और अपराध की बढ़ती घटनाओं ने दिल्ली पुलिस के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। गैंगवार के कारण हुई हत्याओं का सिलसिला जारी है, जिसमें मई से लेकर अब तक 20 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। हाल ही में गुरु तेग बहादुर अस्पताल में हुई गोलीबारी ने क्षेत्र में अपराध की गंभीर स्थिति को उजागर कर दिया है।

यमुनापार में खून-खराबा
करावल नगर में 2 मई को राज कुमार की हत्या से शुरू हुआ यह सिलसिला जाफराबाद, सीलमपुर, और अन्य क्षेत्रों में फैल गया है। 5 मई को जाफराबाद में नजीर की हत्या हुई, जो अपने भाई आमिर की हत्या का गवाह था। इसके पीछे अल्लू गैंग का हाथ होने का संदेह है, जो कुख्यात छेनू पहलवान से जुड़ा हुआ है। 10 मई को 34 वर्षीय नाजिम की जाफराबाद में हत्या कर दी गई, और 14 मई को न्यू उस्मानपुर में 23 वर्षीय सुफियान की हत्या की खबर आई।

एक के बाद एक हुई इन हत्याओं ने लोगों को सदमे में डाल दिया। 17 मई को 20 वर्षीय इकबाल की सीलमपुर में हत्या कर दी गई। 21 मई को जाफराबाद में शाहबाज की हत्या, 29 मई को वेलकम इलाके में सूरज की हत्या जैसी घटनाएं दर्शाती हैं कि अपराधियों का आतंक कितना बढ़ चुका है। सूरज की हत्या के पीछे रंगदारी का मामला था, जिसमें शूटर राहुल शामिल था।

गैंग सक्रियता और पुलिस के सामने चुनौतियां
यमुनापार इलाके में हाशिम गैंगस्टर की सक्रियता सबसे अधिक है। हाशिम, जो खुद को ‘बाबा’ कहलवाना पसंद करता है, नासिर गैंग के साथ जुड़कर हत्या, लूटपाट और रंगदारी में लिप्त हो गया। नासिर के जेल जाने के बाद हाशिम ने अपने गैंग की कमान संभाल ली और अपना अलग गिरोह बना लिया।

इरफान उर्फ छेनू पहलवान को तिहाड़ जेल में बंद किया गया है, फिर भी वह अपने गुर्गों के माध्यम से अपराध की गतिविधियाँ जारी रखे हुए है। उसकी गैंग का नीरज बावनिया से करीबी रिश्ता है और उसे हाशिम बाबा का सबसे बड़ा दुश्मन माना जाता है।

एक और नाम जो सामने आया है, वह है मोहम्मद समीर उर्फ ‘माया’। माया गैंग का सरगना समीर भजनपुरा में अमेजन के अधिकारी की हत्या के मामले में शामिल था। सोशल मीडिया पर उसके वीडियो और तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिनमें वह हथियारों के साथ पोज देता नजर आता है।

बीजेपी का हमला और भविष्य की चुनौतियां
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इस मामले में दिल्ली सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है कि सरकारी विभागों से इस तरह के घोटाले सामने आते हैं। मुख्यमंत्री केजरीवाल पर निशाना साधते हुए सचदेवा ने कहा कि कैसे यह संभव है कि इतनी बड़ी घटनाएं होती हैं और मुख्यमंत्री या संबंधित मंत्री को इसकी जानकारी नहीं होती।

यमुनापार की स्थिति ने पुलिस और सरकार के सामने गंभीर चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। गैंगवार और अपराधियों की बढ़ती सक्रियता को रोकने के लिए त्वरित और कठोर कार्रवाई की आवश्यकता है।

इस रिपोर्ट में यमुनापार की अपराध स्थिति और गैंगवार की गहरी जड़ें उजागर होती हैं, जो दिल्ली में बढ़ते अपराध के खतरनाक स्तर को दर्शाती हैं। इस तरह की घटनाएं प्रशासन और कानून व्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती बन चुकी हैं, जिनसे निपटने के लिए संगठित और ठोस कदम उठाना अत्यंत आवश्यक है।

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