कांग्रेस नेता राहुल गांधी पहुंचे केरल, भाजपा पर जमकर साधा निशाना

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!

समग्र समाचार सेवा
मलप्पुरम (केरल), 12जून। केरल के वायनाड लोकसभा सीट से शानदार जीत हासिल करने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार 12 जून को केरल पहुंचे. जहां उन्होंने मलप्पुरम के एडवन्ना में रोड शो किया. इस दौरान भारी संख्या में यूडीएफ कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद रहे. जिन्होंने राहुल के समर्थन में जमकर नारेबाजी की. वहीं नवनिर्वाचित सांसद ने भी हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन किया. लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद राहुल का राज्य में यह पहला दौरा है.

वायनाड से राहुल गांधी ने लगातार दूसरी बार शानदार जीत दर्ज की है. जिसके बाद वह लोगों का आभार जताने के लिए यहां पहुंचे है. मलप्पुरम के साथ ही राहुल वायनाड का दौरा भी करेंगे साथ ही वहां एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे. मलप्पुरम में भी उन्होंने सभा को संबोधित किया. इस दैरान मंच पर मौजूद सभी नेताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. वहीं राहुल ने भी अपनी प्रचंड जीत के लिए लोगों का शुक्रिया अदा किया.

अपने संबोधन ने राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव के दौरान जिन लोगों ने उनका समर्थन किया वो उन सभी लोगों का दिल से धन्यवाद करते हैं. उन्होंने कहा कि देश की परंपरा और इतिहास की रक्षा संविधान करता है. उन्होंने कहा कि अगर संविधान खत्म हो गया था तो यहां आने वाले लोग कहेंगे कि वो मलयालम को नहीं सुनना चाहते,न ही यहां के खाने और यहां की परंपरा को मानेंगे हैं.

इसके आगे राहुल ने कहा कि इस बार का चुनाव संविधान को बचाने के लिए था. उन्होंने कहा कि एक तरफ देश के वो लाखों लोग थे जो अपनी परंपरा, इतिहास, संस्कृति से प्यार करते हैं और अपना भविष्य खुद तय करना चाहते थे. दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह थे जो कहते थे कि नहीं. राहुल ने कहा कि पीएम और शाह चाहते थे कि अगर वो चाहेंगे कि केरल के लोग हिंदी बोले तो उन्हें हिंदी ही बोलना पड़ेगा, अगर वो चाहेंगे कि तमिल लोग तमिल छोड़कर हिंदी बोले तो उन्हें ऐसा ही करना पड़ेगा.

राहुल ने कहा कि पीएम और शाह के पास राजनीतिक पावर था. उनके पास ईडी, सीबीआई, आईटी जिससे वो लोगों पर हुक्म चलाते थे. लेकिन केरल, उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश की जनता ने उन्हें बता दिया कि वो किसी पर हुक्म नहीं चला सकते. इसके साथ ही जनता ने उन्हें ये भी बता दिया कि संविधान उनकी आवाज है इसे हाथ मत लगाना. राहुल ने कहा कि चुनाव के दौरान बीजेपी के नेताओं ने संविधान को बदलने की बात कही ये पावर का घमंड था.

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.