गुस्ताखी माफ़ हरियाणा-पवन कुमार बंसल- खबरों का पोस्टमार्टम

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गुस्ताखी माफ़ हरियाणा-पवन कुमार बंसल- खबरों का पोस्टमार्टम –

जीएमडीए, गुरुग्राम अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए मीडिया का इस्तेमाल कर रहा है। कल एक प्रमुख राष्ट्रीय अंग्रेजी दैनिक ने गुरुग्राम डेटलाइन से पांच कॉलम की खबर छापी थी, जिसमें रिपोर्टर की बायलाइन थी “गुरुग्राम: लेपर्ड ट्रेल पर अवैध कैफे ध्वस्त किए जा रहे हैं” इस शीर्षक को सरसरी तौर पर पढ़ने से ऐसा लगता है कि गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण बेहतरीन काम कर रहा है। खबर की शुरुआत इस तरह होती है “गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण ने सोमवार को कहा कि वह गुरुग्राम के गैरतपुर बास गांव के पास लेपर्ड ट्रेल पर स्थित 13 अनधिकृत व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को ध्वस्त कर देगा, जब तक कि उनके मालिकों को अपेक्षित अनुमति नहीं मिल जाती। इसमें आगे लिखा है “जीएमडीए ने कहा कि ये प्रतिष्ठान – अवैध रेस्तरां, अस्थायी भोजनालय और मनोरंजन पार्क – कृषि भूमि पर बनाए गए हैं, जिसे शहरी विकास नियमों का पूरी तरह उल्लंघन करते हुए भूस्वामियों से आठ से दस साल की अवधि के लिए अस्सी हजार से एक लाख रुपये प्रति माह के किराए पर पट्टे पर लिया गया है। छवि निर्माण और अवैध निर्माणों को रोकने में अपनी विफलताओं को छिपाने की यह कैसी कला है। और जीएमडीए एफआईआर दर्ज करने के बजाय नियमों का उल्लंघन करने वालों को माफी योजना प्रदान कर रहा है, जैसा कि जीएमडीए के डीटीपी आरएस भट्ट ने गर्व से कहा। उल्लंघनों को रोकने में विफल रहे श्री भट्ट ने कहा कि हमने इन प्रतिष्ठानों के मालिकों को पहले ही नोटिस जारी कर दिया है और उन्हें कहा है कि या तो वे जल्द से जल्द हमसे सीएलयू की अनुमति लें या उन्हें एक नया नोटिस दिया जाएगा जिसके बाद तोड़फोड़ की जाएगी। श्री भट्ट की बातों को रिपोर्ट करने के बजाय कोई भी खोजी पत्रकार उनसे पूछता कि जब आप कहते हैं कि यह अवैध है तो वे तोड़फोड़ करने के बजाय नोटिस पर नोटिस क्यों जारी कर रहे हैं? यह व्यापक रूप से माना जाता है कि नोटिस जारी करने में अधिकारियों की कार्रवाई सिर्फ दिखावा है। जब अवैध निर्माण किए गए थे तब वे कहां थे? उन्हें बिजली कनेक्शन किसने दिया? समाचार कहते हैं कि सक्षम प्राधिकारी की सहमति के बिना स्विमिंग पूल भी चालू कर दिए गए हैं। क्या जीएमडीए, पुलिस, नगर नियोजन विभाग और अन्य अधिकारी सो रहे हैं? जब आरएस भट्ट से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने हाल ही में ज्वाइन किया है और कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई करेंगे। हम इस तरह के उल्लंघन को दूर करने के लिए एक व्यापक प्रयास के रूप में सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे। इसके अलावा हम सख्त तरीके से कार्रवाई करने के लिए काम पर हैं। इसलिए मैंने इस मामले में जारी किए गए सभी नोटिसों का रिकॉर्ड मांगा है। अगर नोटिस कानून के अनुसार पूरे हैं तो हम सीधे कार्रवाई करेंगे, कोई नया नोटिस नहीं। साथ ही यह भी देखना है कि इसमें कोई मुकदमा शामिल है या नहीं, क्योंकि रिकॉर्ड से यह स्पष्ट हो जाएगा। जीएमडीए के सीईओ ए श्रीनिवास ने टेक्स्ट मैसेज का जवाब नहीं दिया। दुमछला l कौन बिल्ली के गले में घंटी बांधेगा कि हरियाणा के एक पूर्व मंत्री और भाजपा नेता भी उल्लंघन करने वालों में शामिल हैं।

गुस्ताखी माफ़ हरियाणा – पवन कुमार बंसल l सूरत में भाजपा कैंडिडेट की जीत और पंचकुला में खेलो इंडिया समारोह में मनोहर लाल का जीत का फार्मूला l

पंचकूला में आयोजित खेलो इंडिया 2022 के समापन समारोह में हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री और अब पूर्व मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने एक किस्सा सुनाया था कि खिलाड़ियों को हर स्थिति में जीत की रणनीति बनाकर काम करना चाहिए तभी सफलता प्राप्त हो सकती है । उन्होंने इस बात का उदाहरण देते हुए कहा था कि एक बार दो खिलाड़ियों के बीच कुश्ती होनी थी एक खिलाड़ी ने अपनी रणनीति बनाते हुए दूसरे खिलाड़ी से कहा कि जीत के बाद जो इनाम मिलेगा वह हम दोनों का आधा-आधा होगा। शर्त यह है कि आपको यह खेल हारना होगा और मैं इस खेल में विजेता रहूंगा। इस पर दूसरा खिलाड़ी सहमत हो गया जब जीत का सहारा पहले वाले खिलाड़ी के सर बंधा और इनाम उसे मिला तब दूसरे वाला खिलाड़ी अपना इनाम मांगने लगा तो पहले वाले खिलाड़ी ने कहा कि यह तो मेरी जीत की रणनीति थी। ईनाम किस बात का। तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने इस तरह का खिलाड़ियों के सामने उदाहरण देकर पहले ही स्पष्ट कर दिया था की इस प्रकार की रणनीति बनाएं ताकि आप जीत सकें। उन्होंने खिलाड़ियों को स्पष्ट रूप से संदेश दिया था की जीत जैसे भी हो जीत होनी चाहिए।
मान्यवर जीत तो चंडीगढ़ के मेयर चुनाव में भी हुई थी क्या हुआ उस जीत का???
ठीक इसी रणनीति के तहत सूरत चुनाव में खेला हुआ और भाजपा प्रत्याशी की जीत की घोषणा की गई।

गुस्ताखी माफ़ हरियाणा- पवन कुमार बंसल

मीडिया पर अघोषित आपातकाल का प्रभाव, lहमारे प्रबुद्ध पाठक वरिष्ठ पत्रकार मनमोहन शर्मा द्वारा, जो पिछले पांच दशकों से दिल्ली से संसद । की रिपोर्टिंग कर रहे हैं,

और हिंदुस्तान समाचार समाचार एजेंसी में लालकृष्ण आडवाणी के साथ काम कर चुके हैं। मैं आपसे सहमत हूं कि इंदिरा गांधी द्वारा घोषित आपातकाल मोदी गिरोह के अघोषित आपातकाल से मेल नहीं खाता था। क्योंकि मैंने पत्रकार के नाते दोनों का सामना किया है। यह दुख की बात है कि भारतीय संसद के कवरेज में स्वतंत्रता पर अंकुश लगा दिया गया है। मैं 1958 से दोनों सदनों को कवर कर रहा था। भारतीय संसद के इतिहास में यह पहली बार है कि पिछले दस वर्षों से केंद्रीय हॉल मीडिया के लिए प्रतिबंधित है। यहां तक ​​​​कि इंदिरा गांधी की आपातकाल के दौरान यह मीडिया के लिए खुला था। इस संदर्भ में यह भी उल्लेखनीय है कि 2014 में 546 पत्रकारों को संसद को कवर करने के लिए स्थायी रूप से पास कर दिया गया था। इनमें से सिर्फ 129 पास रिन्यू किए गए। शेष को नवीकरण करने से इंकार कर दिया गया। पहले सदनो की प्रेस गैलरी में पहली पंक्ति को नवीनीकृत करने से इंकार कर दिया। पहले सदनो की प्रेस गैलरी में पहली पंक्ति में प्रेस के लिए।आरक्षित सीटें होती थी। शेष सीटो पर कोई भी पास धारी जा सकता था। अब इस के.लिए कोटा तय कर दिया गया है। ..प्रेस पर यह पांबदिया इस लिए लगाई गई है ताकि संसद की कवरेज सरकार की मर्जी के मुताबिक हो। उन पत्रकारों को संसद से दूर रखा जाए जिनकी कवरेज सरकार की आलोचना कर सकती है. Iदुमछला l मनमोहन शर्मा और लाल कृष्ण आडवाणी ने पहले हिंदुस्तान समाचार एजेंसी में दिल्ली में खास काम किया है l

गुस्ताखी माफ़ हरियाणा – पवन कुमार बंसल l

सूरत में भाजपा कैंडिडेट की जीत और पंचकुला में खेलो इंडिया समारोह में मनोहर लाल का जीत का फार्मूला l

पंचकूला में आयोजित खेलो इंडिया 2022 के समापन समारोह में हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री और अब पूर्व मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने एक किस्सा सुनाया था कि खिलाड़ियों को हर स्थिति में जीत की रणनीति बनाकर काम करना चाहिए तभी सफलता प्राप्त हो सकती है । उन्होंने इस बात का उदाहरण देते हुए कहा था कि एक बार दो खिलाड़ियों के बीच कुश्ती होनी थी एक खिलाड़ी ने अपनी रणनीति बनाते हुए दूसरे खिलाड़ी से कहा कि जीत के बाद जो इनाम मिलेगा वह हम दोनों का आधा-आधा होगा। शर्त यह है कि आपको यह खेल हारना होगा और मैं इस खेल में विजेता रहूंगा। इस पर दूसरा खिलाड़ी सहमत हो गया जब जीत का सहारा पहले वाले खिलाड़ी के सर बंधा और इनाम उसे मिला तब दूसरे वाला खिलाड़ी अपना इनाम मांगने लगा तो पहले वाले खिलाड़ी ने कहा कि यह तो मेरी जीत की रणनीति थी। ईनाम किस बात का। तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने इस तरह का खिलाड़ियों के सामने उदाहरण देकर पहले ही स्पष्ट कर दिया था की इस प्रकार की रणनीति बनाएं ताकि आप जीत सकें। उन्होंने खिलाड़ियों को स्पष्ट रूप से संदेश दिया था की जीत जैसे भी हो जीत होनी चाहिए।
मान्यवर जीत तो चंडीगढ़ के मेयर चुनाव में भी हुई थी क्या हुआ उस जीत का???

ठीक इसी रणनीति के तहत सूरत चुनाव में खेला हुआ और भाजपा प्रत्याशी की जीत की घोषणा की गई।

गुस्ताखी माफ़ हरियाणा- पवन कुमार बंसल l हे री में तो तेरी (मोदी) प्रेम दीवानी मेरा दर्द न जाने कोई l करनाल जिला भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अशोक सुखीजा का छलका दर्द

– जनसंघ के टाइम से पार्टी से जुड़े सुखीजा ने नड्डा और नायाब सैनी को लव लेटर लिख कहा कि पुराने कार्यकर्ताओं को कोई पूछ नहीं रहा और लेकिन कांग्रेस और अन्य दलों से आए लोगों को सिर माथे पर तिलक लगा कर बिठाया जा रहा है l सुखीजा अकेले नहीं हैं बल्कि उन्होंने तो पार्टी के हजारों निष्ठावान कार्यकर्ताओं के दिल की आवाज उठाई है l तीस तीस साल से वर्कर है लेकिन टिकट दामाद की तरह स्वागत करते हुए नवीन जिंदल को दे दी l अभिमन्यु को छोड़ रंजीत चौटाला को दे दी l. सुनिता दुग्गल की फेयरवेल पार्टी कर दी l अब चर्चा गुरुग्राम के कुलभूषण और राज निर्भीक की l जनसंघ से जुड़े निर्भीक ने मनोहर लाल के इर्द गिर्द कुंडली के खिलाफ आवाज उठाई l कुलभूषण ने मनोहर लाल द्वारा विवादास्पद अफसरों को महत्वपूर्ण पद देने और गुरुग्राम के सेक्टर बारह में करप्शन का मामला उठाया तो पार्टी से ही निकाल दिया l मोदी की प्रशंसा मे गीत गाने वाले रोकी मित्तल को जलील करके न केवल पद से हटाया बल्कि मुकदमे भी बनाए गए l . मोदी के आशीर्वाद से सी एम बने मनोहर लाल ने अपने इर्द गिर्द और सी एम ऑफिस में किसी वर्कर को रखने की बजाय अपने चेलों को रखा l दुमछला l पिछले दिनों पार्टी के आई टी सेल की तरफ से एक महिला ने एक वर्कर से कमल पर बटन दबाने का आग्रह किया तो वो उबल गया और उस बहन जी को खरी खोटी सुनाई l क्या कहा ” छलका भाजपा वर्कर का दर्द l मोदी तो ठीक पर इस खट्टर, संजय भाटिया और कृष्ण पंवार ने वर्कर के लिए क्या किय ?l अब बाहर से बुलाकर टिकट दे रहे हो वर्कर कहा गए l भाजपा दफ्तर से बहिन जी कह रही थी की मोदी जी २०४७ तक पी एम रहेंगे इसलिए कमल पर बटन दबाओ l वर्कर कह रहा है कि कल तो जिंदल कोयला चोर था l और रंजीत चौटाला क्या मांगता है l अभिमन्यु का गला काट दिया l मनोहर लाल कभी फरसे से गला काटता था अब माफी मांग रहा है l इसका पी ए किसी का फोन नहीं उठाता था l तलवे चाट और पानी मार हावी है l बहिन जी गुस्सा शांत करने को कहती है कि मनोहर लाल ने तो इस्तीफा दे दिया तो वर्कर कहता है कि किसने कहा था l मैडम हवा खराब है l मोदी के नाम से वोट देने का दिल करता है लेकिन मनोहर लाल के कारनामे देख कदम पीछे उठते हैं l

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