समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 24अप्रैल। भारतीय रिजर्व बैंक इन दिनों उन बैंको के खिलाफ अपने एक्शन मोड में हैं जो कि लगातार नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं. इसी के चलते रिजर्व बैंक ने कुछ समय पहले पेटीएम पेमेट्स बैंक पर सख्ती दिखाई थी. वहीं अब आरबीआई ने नियमों की अनदेखा करने वाले बैंकों के खिलाफ पेनाल्टी लगानी शुरू कर दी हैं. इसके अलावा आरबीआई ने लाइसेंस रद्द करने तक की कार्रवाई बैंको के ऊपर की है. ऐसी ही कार्रवाई बुधवार (24 अप्रैल) को रिजर्व बैंक ने कोटक महिंद्रा बैंक के खिलाफ की है. इसके चलते रिजर्व बैंक ने कोटक महिंद्रा बैंक पर मोबाइल बैंकिंग के तहत नए कस्टमर को जोड़ने पर अपनी रोक लगा दी है. इसके अलावा अब कोटक महिंद्रा बैंक अपने कस्टमर को क्रेडिट कार्ड की सुविधा उपलब्ध नहीं करा पाएगा.
ऐसे में वो लोग जिनका अकाउंट कोटक महिंद्रा बैंक में हैं उन लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि अब उन लोगों को क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.
आरबीआई लगातार 2 सालों से कोटक महिंद्रा बैंक पर निगरानी रख रहा था. ये निगरानी साल 2022 से रखी जा रही है. वहीं इस दौरान आरबीआई ने अपनी आईटी जांच की जिसके बाद कोटक महिंद्रा बैंक की कई कमियां और नियमों के उल्लंघन की बात सबके सामने आई. जिसके बाद आरबीआई ने कोटक महिंद्रा बैंक को इन कमियों को दूर करने के निर्देश दिए पर कोटक महिंद्रा बैंक इन सब में विफल रहा.
आरबीआई के मुताबिक जांच के दौरान आईटी इन्वेंट्री मैनेजमेंट के अलावा पैच एंड चेंज मैनेजमेंट, ,वेंडर रिस्क मैनेजमेंट, डेटा सिक्योरिटी यूजर एक्सेस मैनेजमेंट एंड डेटा लीकेज प्रीवेंशन ,स्ट्रैटजी, बिजनेस कंटीन्यूटी सहित डिजास्टर रिकवरी मैनेजमेंट एंड ड्रिल जैसे कई गंभीर कमियां और गैर-अनुपालन देखे गए थे.
इसके अलावा आरबीआई की तरफ से कहा गया कि एक मजबूत आईटी इंफ्रास्टचर न होने के कारण कोटक महिंद्रा बैंक के सभी ऑनलाइन चैनलों को कई तरह की रुकावटों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे सीधे तौर पर ग्राहकों को परेशानियां हो रही हैं.