समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 11अप्रैल। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार को बर्खास्त करने का आदेश जारी किया गया है. दिल्ली के विजिलेंस विभाग के स्पेशल सेक्रेट्री YVVJ राजशेखर की तरफ से ये आदेश जारी हुआ है. इस आदेश में कहा गया कि बिभव कुमार पर 2007 में पब्लिक सर्वेंट को उसकी ड्यूटी करने से रोकने और धमकाने के आरोप में FIR दर्ज हुई थी. इसका हवाला देते हुए बिभव कुमार की निजी सचिव के तौर पर नियुक्ति को अवैध घोषित किया गया और तुरंत प्रभाव से उनकी सेवाएं समाप्त करने का आदेश जारी किया. हालांकि इसको लेकर यह सवाल जरूर है कि क्या कि क्या मुख्यमंत्री के निजी स्टाफ को विजिलेंस विभाग इस तरह से हटा सकता है या नहीं.
बिभव कुमार की बर्खास्तगी पर आम आदमी पार्टी ने प्रतिक्रिया दी है. आम आदमी पार्टी ने इस मामले में उपराज्यपाल पर पलटवार किया और कहा कि केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी को खत्म करने की कोशिश करने का आरोप लगाया. कुमार को बर्खास्त करने की निंदा करते हुए पार्टी नेता जैस्मीन शाह ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय राजधानी में लोकतंत्र को खत्म किया जा रहा है.
जैस्मीन शाह ने कहा, “पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री को शराब मामले में गिरफ्तार किया गया. अब, एलजी ने निजी सचिव सहित उनके पूरे स्टाफ को बर्खास्त करना शुरू कर दिया है.” इसमें कोई संदेह नहीं रह गया है कि भाजपा का एकमात्र लक्ष्य आप को खत्म करना है, राष्ट्रीय राजधानी में लोकतंत्र को ख़त्म किया जा रहा है.”
दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार के मंत्री और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता राजकुमार आनंद ने मंत्री पद और पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. राजकुमार आनंद अरविंद केजरीवाल सरकार में समाज कल्याण मंत्रालय संभाल रहे थे. राजकुमार आनंद ने कहा कि आम आदमी पार्टी में दलित विधायकों या पार्षदों का कोई सम्मान नहीं होता है. दलितों को प्रमुख पदों पर जगह नहीं दी जाती है. मैं बाबा साहब अंबेडकर के सिद्धांत पर चलने वाला व्यक्ति हूं अगर दलितों के लिए ही काम नहीं कर पाया तो फिर पार्टी में रहने का कोई मतलब नहीं है.