समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 8अप्रैल। राजधानी दिल्ली में चुनाव आयोग के मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठे तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसदों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. जानकारी के अनुसार, पुलिस ने टीएमसी के 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने हिरासत में लिया है. आपको बता दें कि ये सभी सांसद बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा ‘केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग’ की शिकायत के साथ चुनाव निकाय के साथ बैठक की मांग कर रहे हैं.
पुलिस ने टीएमसी सांसदों को हिरासत में लिया
सांसदों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा नेता डेरेक ओ ब्रायन कर रहे हैं. केंद्रीय एजेंसियों का विरोध करने वाले सांसदों में डोला सेन, सागरिका घोष, साकेत गोखले और शांतनु सेन का भी नाम शामिल हैं. ‘समान अवसर’ की मांग करते हुए सांसदों ने 24 घंटे धरने पर बैठने की बात कही थी…लेकिन मौके पर पहुंची पुलिस ने टीएमसी सांसदों को हटाने का प्रयास किया. इस दौरान पुलिस और सांसदों में झड़प भी देखी गई और कुछ ही देर बाद पुलिस ने TMC के दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को हिरासत में ले लिया.
आपको बता दें कि टीएमसी नेताओं का आरोप है कि केंद्रीय एजेंसियां आम चुनाव से पहले विपक्षी नेताओं को टारगेट कर रही हैं और उनके द्वारा की गई गिरफ्तारियों का मकसद पूरी तरह से राजनीतिक है. टीएमसी सांसद डोला सेन ने कहा, ‘…2022 के मामले में एनआईए द्वारा 2024 में गिरफ्तारी की जाती है. कानून और व्यवस्था राज्य का विषय है और स्थानीय पुलिस को सूचित किया जाना चाहिए. साथ ही सख्ती से चार केंद्रीय एजेंसियों के प्रमुखों को बदला जाना चाहिए…’
विपक्ष का जीना मुश्किल हो गया है…
वहीं सागरिका घोष ने कहा सीबीआई, एनआईए, ईडी और आयकर अधिकारी जिस तरह से काम कर रहे हैं.. वे भाजपा की शाखा के मेंबर लग रहे हैं. इससे भाजपा के एक सदस्य ने एनआईए अधिकारी के आवास पर उनके साथ बैठक भी की थी…विपक्ष का जीना मुश्किल हो गया है.
जानें क्या है पूरा मामला?
बता दें कि पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले में 2022 के विस्फोट मामले में दो मुख्य संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. आरोपियों को गिरफ्तार करने गई NIA की एक टीम पर भीड़ द्वारा हमला किया गया था, जिसके बाद सीएम ममता ने एनआईए टीम पर महिलाओं पर हमला करने का आरोप लगाया. वहीं टीएमसी के सांसदों ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और भाजपा के बीच ‘अपवित्र गठबंधन’ है.