सरकार आतंकवाद के खिलाफ शून्य-सहिष्णुता का दृष्टिकोण अपनाना जारी रखेगी: अमित शाह

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 3 जनवरी।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को सुरक्षा ग्रिड के कामकाज और जम्मू-कश्मीर के समग्र सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा की और आतंकवाद विरोधी अभियानों को मजबूत करने और आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र के पूर्ण उन्मूलन की आवश्यकता का निर्देश दिया। हाल ही में जम्मू और कश्मीर में हुए आतंकी हमले के मद्देनज़र वहां की सुरक्षा स्थिति समीक्षा पर यह मीटिंग नई दिल्ली में हुई। गृह मंत्री ने सुरक्षा एजेंसियों को “संवेदनशील क्षेत्रों में उचित तैनाती” की भी सलाह दी और दोहराया कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार “आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति ” अपनाना जारी रखेगी।

बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, अजीत डोवल, जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव, चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ, निदेशक (आईबी), केन्द्रीय अर्ध सैनिक बलों के प्रमुख, संघ राज्य क्षेत्र जम्मू और कश्मीर के मुख्य सचिव और डीजीपी ने बैठक में भाग लिया। करीब ढाई घंटे चली इस मीटिंग में गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खतरे को खत्म करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों के एरिया डोमिनेशन प्लान की समीक्षा की।

गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा की अमित शाह ने सुरक्षा ग्रिड के कामकाज और जम्मू-कश्मीर के समग्र सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा की और आतंकवाद विरोधी अभियानों को मजबूत करने और आतंकी इको-सिस्टम के पूर्ण उन्मूलन की आवश्यकता के निर्देश दिए। केन्द्रीय गृह मंत्री ने क्षेत्र में स्थानीय खुफिया नेटवर्क को मज़बूत करने की ज़रूरत पर बल दिया।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने आतंक संबंधी घटनाओं और घुसपैठ की घटनाओं में महत्वपूर्ण गिरावट और कानून और व्यवस्था की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार के लिए सुरक्षा एजेंसियों और संघराज्य क्षेत्र प्रशासन के प्रयासों की सराहना की।

गृह मंत्री ने सुरक्षा एजेंसियों को “संवेदनशील क्षेत्रों में उचित तैनाती” की भी सलाह दी और दोहराया कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार “आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति ” अपनाना जारी रखेगी।

बता दें कि सरकार की आतंकवाद के खिलाफ शून्य सहिष्णुता (जीरो टॉलरेंस) की नीति है। सरकार का दृष्टिकोण आतंकी परिवेश (इको-सिस्टम) को नष्ट करना है। जम्मू-कश्मीर में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए सुरक्षा उपायों को सुदृढ़ किया जा रहा है। इस संबंध में अपनाई गई रणनीतियों और की गई कार्रवाइयों में रणनीतिक बिंदुओं पर चौबीसों घंटे नाका लगाना, स्थिर गार्ड के रूप में समूह सुरक्षा, आतंकवादी संगठनों द्वारा उत्पन्न चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए गहन घेरा और खोज अभियान (कार्डोंन एंड सर्च ऑपरेशन -सीएएसओ), जम्मू-कश्मीर में सक्रिय सभी सुरक्षा बलों के बीच वास्तविक समय के आधार पर खुफिया जानकारी साझा करना शामिल है।

इसके अतिरिक्त अन्य रणनीतियों में दिन और रात क्षेत्र पर प्रभुत्व, उचित तैनाती के माध्यम से सुरक्षा व्यवस्था, निवारक संचालन में आतंकवाद के रणनीतिक समर्थकों की पहचान करना और आतंकवाद को सहायता और बढ़ावा देने के उनके तंत्र को उजागर करने के लिए जांच शुरू करना, आतंकवादियों या उनके आकाओं की साजिश को हराने के लिए मुद्दे और उपायों की शुरुआत के बारे में ज़मीनी स्तर पर मौजूद लोग नागरिकों पर आतंकवादी हमलों को रोकने के लिए संवेदनशील स्थानों की पहचान करना और आतंकवादियों या उनके आकाओं की साजिश को हराने के लिए मुद्दे और उपायों की शुरुआत के बारे में ज़मीनी स्तर पर मौजूद लोगों को संवेदनशील बनाना शामिल है।

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.