प्रधानमंत्री ने आंध्र प्रदेश की एसएचजी सदस्य एवं प्रशिक्षित ड्रोन पायलट के साथ की बातचीत

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली , 01नवंबर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बातचीत की। उन्होंने प्रधानमंत्री महिला किसान ड्रोन केन्द्र का शुभारंभ भी किया। इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने देवघर स्थित एम्स में ऐतिहासिक 10,000वें जन औषधि केन्द्र का लोकार्पण किया। इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने देश में जन औषधि केन्द्रों की संख्या 10,000 से बढ़ाकर 25,000 करने के कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री ने इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिए गए अपने भाषण के दौरान महिला एसएचजी को ड्रोन प्रदान करने और जन औषधि केन्द्रों की संख्या 10,000 से बढ़ाकर 25,000 करने संबंधी पहलों की घोषणा की थी। यह कार्यक्रम इन दोनों वादों को पूरा करने का प्रतीक है।

आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले के एक स्वयं सहायता समूह की सदस्य कोमलापति वेंकट रावनम्मा ने कृषिगत उद्देश्यों के लिए ड्रोन उड़ाना सीखने का अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया कि ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण पूरा करने में उन्हें 12 दिन लगे।

प्रधानमंत्री द्वारा गांवों में कृषि के लिए ड्रोन के उपयोग के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने कहा कि इससे समय की बचत के साथ-साथ पानी की समस्या से निपटने में मदद मिलती है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि वेंकट जैसी महिलाएं उन लोगों के लिए एक उदाहरण हैं जो भारत की महिलाओं की शक्ति पर संदेह करते हैं। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में कृषि क्षेत्र में ड्रोन का उपयोग महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बनकर उभरेगा। उन्होंने विकसित भारत संकल्प यात्रा में महिलाओं की भागीदारी के महत्व को भी रेखांकित किया।

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