समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 26नवंबर। जादवपुर विश्वविद्यालय (JU) के 6 छात्रों को, जो इस साल संस्थान के एक नए छात्र की दुःखद मौत के मामले में आरोपी हैं, अनिश्चित काल के लिए विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया गया है. बंगाली ऑनर्स के प्रथम वर्ष के एक छात्र ने कथित तौर पर 10 अगस्त को छात्रावास की बालकनी से कूदकर आत्महत्या कर ली थी. संदेह है कि वह रैगिंग का शिकार हुआ था.
इस संबंध में शनिवार को जेयू अधिकारियों द्वारा औपचारिक घोषणा की गई. घोषणा के अनुसार, प्रवेश प्रतिबंध तब तक जारी रहेगा जब तक वे अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों से मुक्त नहीं हो जाते.छह आरोपी दीपशेखर दत्ता (अर्थशास्त्र), मनोतोष घोष (समाजशास्त्र), और मोहम्मद आसिफ अफजल अंसारी, मोहम्मद आरिफ, अंकन सरकार और सत्यब्रत रॉय (सभी इंजीनियरिंग छात्र) हैं.ये सभी छह वर्तमान में प्रेसीडेंसी जेल में न्यायिक हिरासत की सजा काट रहे हैं. विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार स्नेहामंजू बसु के अनुसार, छात्रों को विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश से रोकने का निर्णय जेयू की पिछली कार्यकारी समिति की बैठक में लिया गया था.
UGC ने लगाई थी जेयू को फटकार
आरोपियों को 31 अगस्त को अदालत के सामने पेश किया गया था.इस मामले में यूजीसी ने भी हस्तक्षेप किया था. यूजीसी की टीम जेयू पहुंची थी. यूजीसी ने कई सवाल भी कीए थे.आयोग ने यह भी सवाल किया है कि क्या जेयू अधिकारी नए या प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए अलग छात्रावास बनाने के अलावा प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत से पहले शिक्षकों, वार्डन, छात्रों के प्रतिनिधियों, अभिभावकों और पुलिस सहित स्थानीय प्रशासन के साथ बैठकें आयोजित करने की प्रथा का पालन करते हैं? सीनियर छात्रों को जूनियर छात्रों तक पहुंचने पर प्रतिबंध लगाते हैं?